वैश्विक बीमारी कोरोना के खिलाफ जंग अब चरम सीमा पर पहुंच चुका है। ऐसे में एक भी चूक नतीजे बदल सकती है। दरअसल जिले के सटे लखीसराय जिले के बाद अब नवादा में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से स्थिति गंभीर बन गई है। जिला प्रशासन के द्वारा शुक्रवार को शेखपुरा बॉर्डर सील करने के बाद भी आना-जाना अब भी जारी है। ऐसे में कोरोना के संक्रमण का शेखपुरा सीमा में प्रवेश करने की प्रबल संभावना है। शेखपुरा जिले से सटे नवादा जिले के कुछ गांव के लोग को कम दूरी होने के कारण खरीदारी करने के लिए शेखपुरा बाजार पर ही निर्भर है।
अरियरी: बनाया गया ड्राॅप गेट, नहीं है कोई मौजूद
नवादा जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण चोन से जुड़े पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद शेखपुरा जिलाधिकारी के द्वारा सभी सीमाओं को सील करने का निर्देश दिया गया है। जिसके बाद खासकर अरियरी प्रखंड अंतर्गत महुली ओपी के अफरडीह गांव के समीप शेखपुरा-नवादा बॉर्डर पर ड्रॉप गेट का निर्माण किया गया। जिसका ब्यूरो चीफ चंदन कुमार के द्वारा दोपहर करीब 2 बजे जायजा लिया गया। जिसमें पाया गया कि चेक पोस्ट के नाम पर सिर्फ के बांस के द्वारा बैरिकेटिंग किया गया है। वहां पर किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है। इसके साथ ही उस स्थान पर कोई सुरक्षा बल व मजिस्ट्रेट की भी तैनाती नहीं थी। जिससे सीमावर्ती जिले में कोरोना वायरस से पॉजिटिव मरीज मिलने से बॉर्डर पर इस तरह की लापरवाही बरतना जिला प्रशासन पर सवाल खड़ा कर रही है। बिना रोक-टोक के नवादा जिले से आवागमन हो रहा है। नवादा जिले के लोग शेखपुरा जिले में बेरोकटोक प्रवेश कर रहे हैं, जिसके कारण जिले में कोरोनावायरस के संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है। इसको लेकर दैनिक भास्कर ने “हद में नहीं है जिले की सरहद” की खबर प्रकाशित किये जाने के बावजूद भी यहाँ की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है, जिला प्रशासन की यह लापरवाही का खामियाजा पूरे जिले वासियों को भुगतना पड़ सकता है।
सिरारी: बिना जांच का वाहनों का प्रवेश नहीं
जिले के सीमावर्ती जिले में जिले नवादा, लखीसराय आदि में कोविड-19 के विशेष संक्रमण से जुड़े पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिले के सभी सीमाओं को पूरी तरह से सील करने का आदेश जिलाधिकारी के दिया द्वारा दिया गया है। जिसको लेकर शेखपुरा-लखीसराय मुख्य मार्ग पर सिरारी ओपी के समीप चेक पोस्ट का निर्माण किया गया है। जिसको लेकर जिला संवाददाता नागेंद्र कुमार के द्वारा मंगलवार को करीब दोपहर 2:30 पर का जायजा लिया गया। इस दौरान सीमावर्ती जिले से आ रहे वाहनों का उपस्थित अधिकारी कनीय अभियंता संतोष कुमार व एएसआई मनोज कुमार के साथ-साथ पुलिस बल के द्वारा गहन तलाशी लिया जा रहा है। तलाशी के बाद ही वाहनों को जिला में प्रवेश करने की अनुमति दिया गया है। इस संबंध में ओपी प्रभारी ऋषभ यादव ने बताया कि बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। आवश्यक सामग्री व डॉक्टर आदि के वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। इसके साथ ही दूसरे वाहन के द्वारा पास दिखाने के बाद एवं जांच करने के बाद ही उन्हें जिले में प्रवेश दिया जाता है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को अब तक कुल 19 वाहनों का जांच किया जा चुका है जिसमें से कुछ वाहनों को बॉर्डर से ही वापस भेज दिया गया है।
बरबीघा : वाहनों की ली जा रही सघन तलाशी
प्रधानमंत्री द्वारा लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने के साथ ही जिले के सीमाओं पर चौकसी तेज कर दी गई। जिसको लेकर नतीजतन संवाददाता उमेश कुमार 12:30 में चेक पोस्ट पहुंच कर जायजा लिया। जिसके बाद उन्होंने बताया कि नतीजतन के मिशन ओपी पर एनएच 82 पर नालंदा तथा शेखपुरा की सीमा पर बनाए गए ड्राप गेट पर पुलिस बल के द्वारा वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। दंडाधिकारी रमेश प्रसाद साह के साथ एएसआई संतोष कुमार संजीव कुमार तथा कमलेश सिंह लगातार सीमा पर चौकसी बरत रहे है। समीपवर्ती जिलों में कोरोना वायरस के मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या के कारण जिले की सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जा रहा है। दंडाधिकारी ने बताया कि दोपहिया वाहनों से लेकर 4 पहिया वाहन एंबुलेंस आदि का भी जांच किया जा रहा है पास नहीं होने पर या तो गाड़ी को वापस भेज दिया जा रहा है या फिर उसपर फाइन किया जा रहा है। वहीं मंगलवार को जिला के सीमाओं का औचक निरीक्षण करने जिला पुलिस कप्तान दयाशंकर भी पहुंचे। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को आवश्यक सेवा के तहत चल रहे पहल को बेवजह नहीं रोकने का आदेश दिया साथ ही सड़कों पर बेवजह घूमने वाले दोपहिया वाहन या पैदल चल रहे यात्रियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
घाटकुसुम्भा: बटौरा बॉर्डर बरती जा रही लापरवाही
करोनावायरस को लेकर लाकडाउन का आज 21वें दिन है। लॉक डाउन में जिले की सभी सीमाओं को सील करने का आदेश किया गया है जरूरी वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगाई गयी है। जिसको लेकर घाटकुसुम्भा प्रखंड संवाददाता संजीव कुमार के द्वारा करीब 11:15 में चेक पोस्ट पहुंच कर जायजा लिया। जहां पाया गया कि सरकार के सख्त आदेश के बावजूद घाटकुसुम्भा प्रखंड मे बनाये गये बॉर्डर पर जमकर लापरवाही बरती जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि सुरक्षा को लेकर सीमा तो सील किया गया है लेकिन गार्ड के द्वारा पैसे लेकर गाङियों का परिचालन करवाया जाता है। बटौरा मे बनाये गये बार्डर पर पहुंची तो दो गार्ड के साथ वहां दंडाधिकारी के रूप में पप्पू कुमार मौजूद थे। लेकिन उस समय गाङियों का परिचालन नहीं हो रहा था। इसी तरह घाटकुसुम्भा बङहिया पथ पर बॉर्डर पर वाहनों की जांच के लिए गार्ड के अलावा यहां पर कोई दंडाधिकारी नहीं दिखे। यहां दंडाधिकारी के रुप में अजीत कुमार को लगाया गया है। जब ग्रामीणों से पूछा गया तो बताया कि अभी तक तो यहीं थे लेकिन धूप के कारण आसपास कहीं बैठे होंगे वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि अक्सर यहां मजिस्ट्रेट गायब रहते हैं।
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