हाजीपुर-सुगाैली नई रेललाइन परियोजना में घोसवर से वैशाली तक ट्रेनों के परिचालन का रास्ता साफ हो गया है। इंस्पेक्शन के बाद रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वी परिमंडल मो. लतीफ खान ने इस रूट पर ट्रेनों के परिचालन की हरी झंडी दे दी है।
फिलहाल इस रूट पर 60 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन होगा। इस तरह ऐतिहासिक वैशाली रेल लिंक से जुड़ गई है। वैशाली में वहां की प्राचीन विरासत को दर्शाते हुए भव्य रेलवे स्टेशन बना है। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के बाद जल्द ही इस रूट में घोसवर से वैशाली तक ट्रेनों के परिचालन की शुरुआत होगी।
ट्रेन कैंसिल ताे किराया लाैटेगा, सुविधा शुल्क से कमा रहा रेलवे
काेराेना त्रासदी के बीच ट्रेनाें का परिचालन 15 अप्रैल से शुरू हाेगा या नहीं, यह तय नहीं है। लेकिन, रेलवे के उपक्रम अाईआरसीटीसी की साइट से टिकट की ऑनलाइन बुकिंग जारी है। रेलवे का तर्क है कि अगर ट्रेनों का परिचालन कैंसिल किया जाता है तो यात्रियों को फुल रिफंड दिया जाएगा, पर सुविधा शुल्क वापस नहीं होगा। स्लीपर टिकट की ऑनलाइन बुकिंग पर 15 रुपए औरएसी के टिकट पर 30 रुपए सुविधा शुल्क चुकाना पड़ता है। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि ऑनलाइन टिकट बुकिंग बंद ही नहीं थी। रेलवे जब ट्रेन कैंसिल करता है, तो ऑटोमेटिक फुल रिफंड दिया जाता है।
नई रेललाइन परियोजना पर एक नजर
- 528.65 करोड़ की लागत से 148.5 किलोमीटर लंबे हाजीपुर-सुगौली नई रेललाइन परियोजना की स्वीकृति वर्ष 2003-04 में प्रदान की गई थी।
- 10 फरवरी, 2004 को शिलान्यास हुआ। अनुमानित संशोधित लागत जनवरी, 2019 में 2066.78 करोड़ स्वीकृत। हाजीपुर से घोसवर तक (5.5 किमी) का कार्य 2006 में पूरा हो गया।
- घोसवर से वैशाली के बीच हरौली फतेहपुर, लालगंज व वैशाली स्टेशनों का निर्माण किया गया है। इस रेलखंड पर कुल 46 लघु पुल, एक आरओबी अाैर 16 आरयूबी का निर्माण किया गया है।
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