कोरोना वायरस के महामारी से पूरा देश परेशान है। लॉक डाउन को हथियार बना सरकार कोरोना जैसी महामारी को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं लॉकडाउन के वजह से सभी लोग इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजर रहे है। ऐसे में बच्चों के स्कूल फीस देने में असमर्थ है। जिलावासियों की परेशानी को ध्यान में रखकर डीएम अभिषेक सिंह ने सभी प्राइवेट विद्यालय को निर्देश जारी किया है। उन्होंने अपने निर्देश में कहा है कि कोई भी विद्यालय किसी अभिभावक पर टयूशन फीस जमा करने का दबाव नहीं बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि ऐसी सूचना प्राप्त हो रही है कि इस आपदा के दौरान निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा अभिभावकों को एसएमएस या अन्य माध्यमों से सूचित कर तीन माह का फीस एक साथ जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विद्यालय में आकर किताब एवं कॉपी खरीदने तथा परिवहन फीस भी जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है।
अभिभावकों के द्वारा लॉकडाउन की स्थिति में फीस आदि जमा करने में असमर्थता व्यक्त की जा रही है। तथा लॉकडाउन के दौरान अभिभावकों एवं बच्चों के समक्ष ससमय फीस जमा करने की वास्तविक कठिनाई होने की सूचना दी जा रही है। नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण एवं फैलाव को देखते हुए वर्तमान में में लॉकडाउन के आलोक में निजी विद्यालय प्रबंधनों को कई निर्देश दिए गए है।
किसी भी परिस्थिति में तीन माह की फीस जमा करने के लिए किसी भी अभिभावक को बाध्य नहीं किया जाए। वहीं अभी मात्र एक माह का टयूशन फीस जमा करने के लिए अभिभावकों से अनुरोध किया जाए। उन्होंने टयूशन फीस के अलावे अन्य प्रकार के चार्ज बाद में क़िस्त के रूप में वसूल किए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

लॉकडाउन में किताबों की भी होगी होम डिलेवरी
लॉकडाउन के क्रम में बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। डीएम के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी थोक पुस्तक विक्रेताओं एवं प्रकाशकों को निर्देश जारी कर कहा है कि किसी भी छात्र को पुस्तक की आवश्यकता होगी तो किताब विक्रेता उनके घरों तक कॉपी-किताब की होम डिलिवरी करेंगे। इसके लिए सभी अनुमंडल में एसडीओ के स्तर पर पास जारी किया जाएगा।

जिले में अलग-अलग समय में थोक व खुदरा विक्रेताओं की खुलेंगीं दुकानें

कलेक्ट्रेट में हुई विभिन्न कोषांग की बैठक में डीएम ने निर्देश दिया कि शहर के खाद्यान्न मंडी में थोक व खुदरा दुकानदार की दुकानें अलग-अलग समय में खोली जाए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बना रहे। डीएम अभिषेक सिंह ने भूमि सुधार उप समाहर्त्ता को इसका पालन करवाने का निर्देश दिया जिससे एक ही समय में भीड़ इकट्‌ठा ना हो। साथ ही डीएम ने कहा कि थोक विक्रेता खुदरा विक्रेताओं को कतारबद्ध करके सामान बेचें। सभी थोक विक्रेता अपनी सामग्रियों का मूल्य एक समान रखें। बैठक में नगर आयुक्त सावन कुमार, सहायक समाहर्त्ता के एक अशोक, डीडीसी किशोरी चौधरी और सिविल सर्जन डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।
बांटा गया 623 खाद्यान्न पैकेट
बैठक में यह जानकारी दी गई कि रविवार को 4 टीम की ओर से कुल 623 खाद्यान्न पैकेट का वितरण असहाय व निर्धन लोगों के बीच किया गया। शाक्या डोलमा फोदंग फाउंडेशन बोधगया ने 216 पैकेट उपलब्ध कराया गया। अभी भी कुल 749 पैकेट हैं जिनका वितरण सोमवार को कराया जाएगा।



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School should not pressure parents to deposit fees: DM

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