पिछले 19 मार्च को मंुबई से गया लौटी 24 साल की युवती की मौत शनिवार की देर रात जेपीएन सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। इस युवती की मौत के बाद कोरोना के कुछ लक्षण मिलने के बाद उसे एएनएमएमसीएच भेजा गया जहां शव से नमूना लेकर जांच के लिए पटना भेजा गया।
मौत के बाद शव को पूरी तरह सील किया गया और सील करने के बाद पॉजिटिव मरीज के प्रोटोकॉल के अनुरूप लकड़ी के बॉक्स में अंत्येष्टि करने के लिए परिवार को दिया गया। मृतक युवती का अंतिम संस्कार फल्गु नदी में किया गया और इसमें इस बात का भी ख्याल रखा गया कि कम से कम लोग इसमें शामिल हों और अग्नि संस्कार के बाद उससे दूरी बनाकर रहें।

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि युवती के पिता ने बताया कि उसे पहले भी एलर्जी व दम फूलने की बीमारी थी और इसके लिए वह इनहेलर का इस्तेमाल करती थी। ट्रेवल हिस्ट्री होने और सांस लेने में तकलीफ की बात सामने आने पर सतर्कता बरतते हुए नमूना लिया गया और प्रोटोकॉल के अनुसार अंत्येष्टि करवाई गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद भी यह स्पष्ट होगा कि युवती कोरोना पॉजिटिव थी या नहीं।
अंतिम अवस्था में पहुंची थी अस्पताल: युवती को शहर के जेपीएन अस्पताल में रात लगभग 11 बजे लाया गया था। जेपीएन के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद ने बताया कि जब युवती को अस्पताल लाया गया तो काफी सिरियस थी। उसे ऑक्सीजन लगाया गया लेकिन इलाज के दौरान कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। बाद में उसे एएनएमएमसीएच भेजा गया ताकि नमूना आदि का प्रोटोकॉल पूरा किया जा सके।

परिवार के सदस्यों का नमूना लेकर किया गया क्वारेंटाइन: सिविल सर्जन ने बताया कि युवती के माता-पिता व भाई का भी नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों को होम क्वारेंटाइन करने का आदेश दिया गया है। यह परिवार गांधी मैदान जयप्रकाश झरना के समीप जे आर रेसिडेंसी एपार्टमेंट में रहता है।



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Samples taken out of the corpse after the death of a suspected corona woman, funeral according to corona positive protocol

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