कोरोनावायरस के संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग अपनाना जरूरी है। लेकिन जिले में कई जगहों पर इसमें लापरवाही देखने को मिल रही है। गुरुवार से जिले के विभिन्न बैंकों में जनधन खाता में सरकार के द्वारा भेजे गए सहायता राशि निकासी को लेकर महिला लाभुकों की काफी भीड़ लग रही है। कोरोना से बचने व लोगों में सामाजिक दूरी बना रहे इसी को लेकर सरकार के द्वारा लॉकडाउन किया गया है और इसका ध्यान इन बैंकों में देखने को नहीं मिल रहा है। यदि यही स्थिति बनी रही है तो यह काफी घातक साबित हो सकती है। तभी हम वैश्विक महामारी कोरोना को पूरी तरह से मात दे सकते हैं।
हालांकि अभी तक जिले में एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिले हैं। लेकिन हम सभी लोगों को हर स्तर पर सतर्क रहने की जरूरत है। हमारी थोड़ी सी भी लापरवाही पूरे जिले के लिए विनाशकारी साबित हो सकती है। इसके साथ-साथ गरीबों के मदद के लिए राहत सामग्री वितरण में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। भीड़ में ही लोग एक दूसरे को राहत सामग्री दे रहे हैं। जिसमें भी काफी खतरा है। वहीं सब्जी बाजार में खरीदारी करने के दौरान भी लोगों के द्वारा इसपर ध्यान नहीं रखा जा रहा है। यह स्थिति सिर्फ एक जगह की नहीं, बल्कि जिले के सभी प्रखंडों में देखने को मिल रही है। आम लोगों को इसके लिए जागरूक होना होगा। हालांकि शुक्रवार को बैंक बंद होने के कारण भीड़ नजर नहीं आई। लेकिन गुरूवार जैसी स्थिति दोबारा न हो, इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
एक सीएसपी में भीड़ तो दूसरे डिस्टेंस का पालन
दाउदनगर शहर में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहक सेवा केन्द्र पर जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है तो वहीं मेन शाखा के पास इसकी धज्जियां उड़ रही है। भास्कर पड़ताल में देखने को मिला कि मेन ब्रांच के बाहर लखन मोड़ के पास एक दूसरे से सटकर लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर हनुमान मंदिर के पास स्थित सीएसपी के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को लेकर गोल घेरा बनाया गया है। जिसमें लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे।
ओबरा पंजाब नेशनल बैंक के पास भी कुछ वैसा ही हाल
ओबरा पंजाब नेशनल बैंक के पास भी आम दिनों के तरह ही महिला लाभुकों की भीड़ लग रही है। जबसे सरकार के द्वारा लॉक डाउन में जनधन महिला के लाभुकों के खाते में 500 रुपए की राशि देने की घोषणा की है। तब से यहां काफी संख्या में महिला लाभुक पहुंच रहे हैं। बैंक खुलने से पहले से ही इनकी भीड़ गेट के पास लगी रहती है। इनलोगों के द्वारा सोशल डिस्टेंस नहीं अपनाया जा रहा है। जिससे खतरा बना हुआ है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी फोटो वायरल हो रहे हैं। ताकि प्रशासन का ध्यान इस ओर जाए और उनलोगों के बीच सोशल डिस्टेंस का पालन कराया जाए। इसके साथ-साथ बाजार में भी खरीदारी के दौरान लाेगों के द्वारा ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
गोह एसबीआई सीएसपी में नहीं हो रहा डिस्टेंसिंग का पालन
गोह प्रखंड में भी बैंकों के पास खाताधारियों के द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है। सुबह से ही बैंक से पैसा निकालने के लिए ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ रही है। गोह थाना के सामने एसबीआई के सीएसपी के पास यही नजारा देखने को मिल रहा है। कोई महिला जनधन खाते से राशि निकालने के लिए कोई उज्जवला योजना की राशि निकालने पहुंचे थी तो कोई पेंशन का पैसा निकालने पहुंचा था। लेकिन इनके द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है। बैंकों के सामने लग रही भीड़ जानलेवा साबित हो सकती है। बैंकों में पहुंचने वाले ग्राहक इसका पालन करने को तैयार नहीं हैं। हालांकि पुलिस के द्वारा समझाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बावजूद भी इसका पालन नहीं हो रहा है।
सामग्री वितरण में भी नहीं रख रहे डिस्टेंस का ध्यान
राहत सामग्री वितरण में भी सोशल डिस्टेंस का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जिससे यह खतरा बढ़ सकता है। लोगों को इसका पालन करना चाहिए। जरूरतमंदों की मदद करने में आप आगे जरूर आएं। लेकिन इसका भी ध्यान रखें कि सामाजिक दूरी बनाए रखने व सामूहिक भीड़ न लगे। इसके लिए ही लॉक डाउन किया गया है। ताकि जल्द से जल्द कोरोना वायरस के संक्रमण के चेन को हम तोड़ दें। जिले में गरीबों की मदद के लिए कई संगठन जरूर आए हैं। लेकिन उनके द्वारा मदद के दौरान इसका ध्यान नहीं रखा जा रहा है। हम उनसे अपील करते हैं कि आप राहत सामग्री वितरण में भी सोशल डिस्टेंस का पालन करें।
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