एनएच 80 स्थित विद्यापीठ सड़क पुल के मध्य डेक स्लैब के खिसकने की मरम्मत को लेकर को रविवार को सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक रोड ब्लॉक लगाया गया। इस दौरान एनएचआई के तकनीकी विभाग के अभियंता एवं कर्मी पूरे दिन मरम्मत करने में लगे रहे। सात घंटे के रोड ब्लॉक से एनएच 80 पर पुल होकर वाहनों का आवागमन ठप रहा। लोगों को पटना-मुंगेर एनएच 80 सड़क रूट पर आवागमन करने में काफी परेशानी हुई। बड़े वाहन दोनों ओर जहां तहां रूके रहे।
वहीं छोटे वाहन रेल पुल के निकट किऊल नदी होकर निकलने का प्रयास किया लेकिन नदी के गड्‌ढे में फंस गए। एनएच पर आवागमन ठप रहने के कारण सुबह में किऊल नदी होकर जाने वाले रास्ते एवं रेलवे पुल के निकट सड़क काफी देर तक जाम रहा। कई वाहन जमुई होकर लंबी दूरी तय गंतव्य की ओर गए। किऊल नदी में फंसे स्वीफ्ट कार के चालक ने बताया कि बांका से पटना जा रहा था लेकिन विद्यापीठ पुल पर ब्लॉक रहने के कारण किऊल नदी होकर निकलने का प्रयास किया लेकिन गाड़ी नदी में फंस गई। कई अन्य वाहन भी नदी के गड़्ढे में फंसा रहा। विद्यापीठ पुल में मरम्मत समाप्त होने के बाद आवागमन चालू किया। लंबी दूरी जाने वाले वाहन चालक पूरे दिन रोड ब्लॉक में फंस कर पड़े रहे। रोड ब्लॉक के साथ सड़क जाम के कारण वाहन चालक गर्मी में पसीने से तर नजर आए।
पुल में मरम्मत के दौरान एनएच 80 पर वाहनों के आवागमन को रोकने के लिए दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मरम्मत के दौरान किसी भी प्रकार के वाहन के आवागमन पर पूरी तरह रोक लगी थी। बाइक व सरइकिल को आने-जाने दिया जा रहा था। कार्य शुरू होते ही वाहनोंको रोक दिए जाने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
शहर लेकर नदी के रास्ते तक लगा रहा घंटों जाम
शहर में सड़क से लेकर नदी तक के रास्ते में घंटाे जाम लगा रहा। नदी होकर किऊल से लखीसराय जाने वाली मार्ग पर दर्जनों वाहनें फंसी रही। दरअसल विद्यापीठ के पास एनएच 80 को जोड़ने वाली पुल की मरम्मति को लेकर पटना- मुंगेर सड़क पर ब्लॉक लगाया गया था। मंुगेर और पटना की दिशा से आने वाली छोटी वाहनें नदी के रास्ते शहर से बाहर निकलने के प्रसास में फंसती चली गई। पिछले साल किऊल खगौर के ग्रामीणों ने श्रमदान एवं आपसी सहयोग से किऊल एवं लखीसराय की दूरी को कगम करने के लिए पुलिया का निर्माण किया था। बड़े पुलिया पर बड़े वाहनों के बढ़ते दबाव के चलते पुलिया क्षतिग्रस्त हो गया। हाल के महीनों में हुई तेज बारिश ने पुलिया और भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस समय सूखी है। गड्ढे में पानी जमा है। पुलिया के बगल से गड्ढेनुमा रास्ते से होकर वाहनें गुजरती है। रविवार को नदी से गुजरने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई। कई वाहन तो कीचड़ में फंस गए।

.75 एमएम हुआ एडजस्ट
भूकंप या बारिश में नदी के पानी के तेज बहाव के कारण विद्यापीठ पुल के मध्य भाग में डेक स्लैब1.5 एमएम खिसका गया। पूरे दिन मशक्कत के बाद .75 एमएम ही एडजस्ट किया जा सका। .30 एमएम गेप पुल में रह ही गया है। अभियंताओं ने बताया कि .30 एमएम गेप को दूर करने के लिए एक दिन और ब्लॉक लेने की जरूरत है।

  • 07 किमी लंबी सड़क, 36 करोड़ की लागत से हो किया जा रहा है निर्माण
  • 10 वर्षों से जर्जर है सड़क, एक दर्जन से अधिक गांवों को हाेगा इससे फायदा
  • 11 बजे सुबह से 05 बजे शाम तक आवागमन रहा ठप, 50 हजार आबादी होंगे लाभांवित


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Middle deck slab 1.5 mm slid in Vidyapeeth bridge, 0.75 mm adjustment in 7 hour block

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