बेली रोड में ललित भवन के पास बुधवार की शाम करीब सात बजे दर्दनाक हादसा हुआ। ललित भवन के ठीक बगल में लोहिया पथ चक्र के निर्माण में इस्तेमाल किया जाने वाला कंक्रीट का स्लैब (कलवर्ट), वहीं खेल रहे तीन बच्चों के उपर गिर गया। तीनों की मौत मौके पर हो गई। हालांकि जेसीबी की मदद से स्लैब को उठाकर बच्चों को इलाज के लिए आईजीआईएमएस, पीएमसीएच और एक बच्चे को निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों की ब्राट डेड घोषित कर दिया।

दो बच्चे पुनाईचक रोड नंबर 7 की झुग्गी के रहने वाले थे। एक बच्चे का परिवार एक विधायक के आवास में रहता है। बच्चे की पहचान अनुज के पुत्र किशु (14), गणेश पासवान के पुत्र करण(11) और मो इदरीश के पुत्र साहिल (10) के रूप में हुई। इदरीश एक विधायक के आवास में रहते हैं और बाकी दोनों बच्चों का परिवार उसी मुहल्ले की झुग्गी में रहता है।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, चार-चार लाख के मुआवजे का आदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे में 3 बच्चों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने तीनों बच्चों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए अनुग्रह अनुदान देने का आदेश दिया है।
लोगों का फूटा गुस्सा, पुलिस से भिड़े, पथराव-तोड़फोड़
घटना लगभग सात बजे की है। बच्चे की चीख पुकार सुन ललित भवन के पास लोग जमा हो गए। तीनों बच्चे स्लैब (वजन लगभग 10 टन) के नीचे दबे थे। बच्चों के अस्पताल जाते ही लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। मुहल्ले के लोग बेली रोड पर उतर आए और हंगामा करने लगे। बवाल होता देख शास्त्रीनगर के अलावा एसके पुरी, सचिवालय, कोतवाली, बुद्धा कालोनी सहित कई थानां की पुलिस पहुंच गई। लोगों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। एक जेसीबी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पथराव से कई निजी गाड़ियों को भी क्षति पहुंची। आक्रोशित लोग पुलिस से भी उलझ गए। एसएसपी, तीनों एसपी और कई डीएसपी मौके पर पहुंचे और किसी तरह लोगों को शांत कराया गया।

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पास में तैनात पुलिसकर्मियों को सूचना दी पर मदद को नहीं आए
बच्चों के दबने के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। तुरंत ही वहां भीड़ इकट्ठा हो गई। लोग खुद से स्लैब को हटाने का प्रयास करने लगे लेकिन स्लैब हिल भी नहीं रहा था। स्थानीय लोगों ने कहा हमलोग भागकर सचिवालय के पास के चेक पोस्ट के पास गए और पुलिसकर्मियों से मदद की गुहार लगाए लेकिन वे लोग नहीं आए। तुरंत ही मौके पर सचिवालय डीएसपी पहुंचे तब शास्त्रीनगर का एक दारोगा जेसीबी लेकर पहुंचा और बच्चों को निकालकर अस्पताल ले जाया गया। लोग प्रशासन और निर्माण कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। करीब दो घंटे तक बेली रोड पर बवाल होता रहा। पुलिस लाइन से अतिरिक्त बल और सैप के जवान को बुलाना पड़ा।



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जेसीबी की मदद से स्लैब को उठाकर बच्चों को निकाला गया। तब तक सभी दम तोड़ चुक थे।

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