

प्रखंड क्षेत्र में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों में एक 56 वर्षीय प्रवासी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्थानीय प्रशासन ने क्वारेंटाइन सेंटर को सील कर दिया। जबकि सेंटर के आसपास के इलाकों को सील नहीं किया गया है। इस कारण स्थानीय ग्रामिणों में दहशत का माहौल कायम है। प्रखंड मुख्यालय में मौजूद रनौली पंचायत के पंचायत समिति सदस्य राजीव कुमार रंजन ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय में सैकड़ों संख्या में आए प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण कर प्रखंड प्रशासन द्वारा होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह देकर छोड़ा दिया जा रहा है। जबकि दिल्ली, मुंबई आदि रेड जोन से आए प्रवासियों को क्वारेंटाइन सेंटर मेंे रखना अनिवार्य है। भाजपा प्रखंड अध्यक्ष राम ईश्वर दास ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के हरिबेला गांव के तीन प्रवासियों को होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह प्रशासन ने दी है जबकि तीनों देश के रेड जोन दिल्ली के गांधीनगर से आए थे। इस दौरान उक्त प्रवासियों को श्री दास ने खाना खिलाया। पूछताछ के दौरान प्रवासी ने बताया कि हम सभी दिल्ली से आए हैं। खाने को भी पैसा नहीं है। हम सबों को होम क्वारेंटाइन का स्लिप थमा कर घर जाने को कहा गया है। घर पहुंचाने को कहने पर दुत्कार दिया गया है। पूछताछ के दौरान संबंधित प्रवासी ने ट्रेन का टिकट भी दिखाया।
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