भास्कर न्यूज | वीरपुर
लॉकडाउन के कारण भारत-नेपाल सीमा पूरी तरह सील है। ऐसे में बिहार समेत अन्य राज्यों से नेपाल जाने के लिए पहुंचे अप्रवासी मजदूरों व छात्रों को बसंतपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में बनाए गए क्वारेंटाइन और होम क्वारेंनटाइन में पहले 14 दिनों के लिए रखा गया था। जब 14 दिन पूरे हो गए तो ये नेपाल के अप्रवासी क्वारेंटाइन को छोड़कर नेपाल जाने की फिराक में थे। नेपाल जाने के लिए मजदूरों ने बोर्ड पर कई प्रकार के पैतरें लगाए। लेकिन एसएसबी ने नेपाल जाने से रोक दिया। इसके बाद शाम के समय थकहार कर सीमावर्ती भीमनगर में सहरसा चौक स्थित मंदिर के समीप सभी अप्रवासी सो रहे थे।
एक साथ जत्था में होने के कारण पूरे दिन भीमनगर बाजार में दुकानदारों ने भी इन मजदूरों को किसी प्रकार का सामान नही बेचा। ऐसे में रात करीब 9:30 बजे स्थानीय लोगों और भीमनगर ओपी पुलिस ने एसडीएम वीरपुर को पूरे मामले की जानकारी दी। लोगों की सूचना पर एसडीएम सुभाष कुमार ने दरियादिली दिखाते हुए सहरसा चौक पर एक मैजिक गाड़ी भेजी और उक्त सभी आठ नेपाली मजदूरों को फिर से क्वारेंनटाइन में जगह दिलाई। जहां भोजन का प्रबंध करते हुए कहा कि जब तक भारत नेपाल की सीमा नही खुल जाती, आप हमारे मेहमान हैं। यहीं क्वारेंटाइन में रहें। आपको किसी प्रकार की दिक्कत नही होने देंगे।



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