अनलॉक फेज-2 में सरकारी विद्यालय और कोचिंग संस्थान खुलने के आसार भी दिखने लगे हैं। हालांकि शिक्षण संस्थान खुले या नहीं खुले इसमें पब्लिक फीडबैक की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। शिक्षा विभाग के अपर सचिव सह निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) गिरिवर दयाल सिंह ने डीईओ को पत्र लिखकर इस संबंध में स्कूली बच्चे व उनके अभिभावकों के साथ शिक्षक व शिक्षा समिति के सदस्यों से राय लेने का निर्देश दिया है।

स्कूल-काॅलेज कब से बच्चाें के लिए खाेले जाएं, अगली कक्षाओं में नामांकन कब से शुरू हो, स्कूलों के संचालन का समय क्या हाे। इस तरह के 10 ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब छात्र, शिक्षक और अभिभावकों को देनी है। इन बिंदुओंपर राय मिलने के बाद ही सरकार शैक्षणिक संस्थान खोलने पर निर्णय लेगी।
व्यवस्था में होगा बदलाव, मेल आईडी जारी
डीईओ मनोज कुमार ने बताया कि कोविड-19 के फैलाव को ध्यान में रखते हुए जब भी स्कूल या कोई अन्य शिक्षण संस्थान खुलेंगे, पूरी व्यवस्था बदली बदली सी दिखेगी। उन्होने बताया कि लॉकडाउन अवधि के बाद शिक्षण संस्थान खोलने और पठन-पाठन का कार्य व्यवस्था व स्वरूप क्या हो इसको लेकर विभिन्न बिदुओं पर विभाग सभी लोगों से राय जानना चाह रहा है। ताकि विद्यालय या कॉलेज खुलने के बाद क्या-क्या सावधानी बरती जाए से सम्बंधित फीडबैक मिल सके। डीईओ ने बताया कि मेल आईडीdeonalanda.edn@gmail.com पर अपना-अपना सुझाव भेज सकते हैं। उन्होने बताया कि 7 जून तक मिले फीडबैक के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
तीन माह से बंद है शिक्षण कार्य
बता दें कि बीते 25 मार्च से लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही सभी शिक्षण संस्थान बंद करा दिए गए थे। सरकारी विद्यालय, प्राइवेट विद्यालय के साथ साथ कोचिंग संस्थान में भी पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। अब कंटेनमेंट जोन को छोड़कर लाॅकडाउन समाप्त हो गया है। अनलॉक-1 के दूसरे फेज में शिक्षण संस्थानों को खोलने का निर्णय है। लेकिन इसे लेकर अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर शिक्षा विभाग काफी गंभीरता से विचार कर रहा है। ऐसे में छात्र, शिक्षक, अभिभावक, शिक्षाविद सभी से राय ली जा रही है कि कब से शिक्षण संस्थान पढ़ाई के लिए खाेले जाएं। फीडबैक के आधार पर ही खोलने का निर्णय हाेगा।

बस को लेकर जारी की गई गाइडलाइन
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रामण को देखते हुए स्कूल वैन और बस में बच्चों के बैठने को लेकर भी विभाग ने गाइडलाइन जारी की है। स्कूल संचालक 50 सीटों की बस पर 25 छात्र को ही बैठा सकेंगे। इस पर भी सभी संबंधित संस्थान संचालकों से राय मांगी जा रही है।
इन बिंदुओं पर मांगी राय

  • विद्यालय या शिक्षण संस्थान किस तिथि से खोला जाए।
  • कक्षाओं में नामांकन कब से शुरू किया जाए।
  • विद्यालय के संचालन की अवधि क्या हो।
  • कक्षा का संचालन अधिकतम कितने बच्चों के साथ किया जाए।
  • कक्षा की अवधि (घंटी) क्या हो
  • कक्षा में बैठने की व्यवस्था कैसी हो
  • प्रार्थना सत्र का संचालन किया जाए या नहीं
  • विद्यालय में प्रवेश व निकास की व्यवस्था कैसी हो
  • विद्यालय या कक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे लागू किया जाए
  • बस के संचालन में सीटिंग अरेंजमेंट कैसा हो


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