लॉकडाउन के बाद पूरे देश में रोटी पानी के जुगाड़ में बाहर काम करने गए मजदूरों का विस्थापन देखा था। लॉकडाउन के सबसे ज्यादागहरा असर मजदूर वर्ग कीमानसिक और आर्थिक स्थिती पर पड़ा है। ऐसा ही एक दर्दनाक मामला सोमवार को बिहार के गया जिले के महादेवपुर गांव का आया है। जहां एक महिला ने अपने तीन बच्चों को जहर दे दिया और खुद भी खा लिया। इस घटना में महिला और उसकी एक बेटी की मौत हो गई, वहीं एक बेटा और बेटी की स्थिती गंभीर बनी हुई है। घटना से पहले महिला का अपने पति से विवाद हुआ था। महिला चाहती थी कि उसका पति मजदूरी करने गांव से बाहर दूसरे राज्य जाए, लेकिन वह खेत में काम करना चाहता था।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, गया के कोंच के महादेवपुर गांव के रहने वालेविद्या महतो का सोमवार की दोपहर को अपनी पत्नी मंजू देवी के साथ विवाद हुआ था।पत्नी चाहती थी, कि लॉकडाउन में दूसरे राज्य से घर लौटा पति फिर से कमाने के लिए जाए लेकिनपति वापसनहीं लौटना चाहता था। वह गांव में ही रह कर अपने खेत में काम करने लगा था। पत्नी ने मना किया लेकिन पति खेत पर चला गया। इससे नाराज पत्नी मंजू देवी ने अपने तीनों बच्चों के साथ जहर खा लिया।इससे महिला और उसकी बेटी 8 साल कीमुस्कान की मौत हो गई। पुत्री दिव्या कुमारी और पुत्र विक्की कुमार का इलाज गुरारू के निजी नर्सिंग होम में चल रहा, जहां दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। काेंच थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही।
10 साल के बेटे ने बताई पूरी घटना
इस घटना में मौत के मुंह से बाहर निकले 10 साल केविक्की राज ने बताया कि वह जब खेलकर आया तो घर पर मेरी मां और दो छोटी बहनें मुस्कान और दिव्या थी। पापा घर से बाहर गए हुए थे। मां और बहनें दालमोट खा रही थी। मुझे भी भूख लगी हुई थी।मैंने खाने के लिए अपनी मां से दालमोट मांगा। मुझे पता नहीं था, कि जिस दालमोट को खा रहा हूं, उसमें जहर मिला हुआ है। जैसे ही मैने खाया, मुझे चक्कर आने लगा और जमीन पर गिर गया। इसी बीच पापा घर पर आए और मुझे और मेरी बहन को हॉस्पिटल लेकर भागे। बच्चे ने बताया कि मेरे बड़े पापा के घर पर ढलाई हो रहीथा। मेरे पापा वहीं गए हुए थे। विक्की ने कहा कि मां-पापा के बीच विवाद की मुझे जानकारी नहीं है।
लॉकडाउ में घर आया था पति
मृतका का पति बाहर रहता था। लॉकडाउन में वह घर आया था। मृतका के पति विद्या महतो ने बताया कि पत्नी को खाना बनाने को बोलकर खेत पर चला गया था। घर आए तो देखा खाना नहीं बना हुआ है। बच्चे रो रहे हैं। पत्नी को गुस्सेमें बोलकर बाहर निकल गए। इसी बीच यह घटना हो गई। मृतका के ससुर जयप्रकश ने बताया कि घटना के वक्त वह भी खेत में गाय चरा रहे थे। गांव के लोगों से उन्हें घटना की जानकारी मिली।
पत्नी चाहती थी कि ससुर खेती करें
पति-पत्नी के बीच विवाद की वजह अजीबोगरीब थी। पत्नी चाहती थी, कि पति बाहर में काम कर कमाई करे। वहीं ससुर खेती संभाले। लॉक डाउन के दौरान दूसरे प्रदेश से लौटे पति के साथ आए दिन विवाद हो रहा था।
अंतिम संस्कार को पुलिस ने रोक शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा
इस घटना की जानकारी पुलिस को मिलती उससे पहले ही लोगों ने बच्ची के शव को दफना दिया था। वहीं मां के शव को जलाने की तैयारी में थे। इसके बीच कोंच और गुरारू थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने श्मशान से कब्र खोदकर बच्ची का शव बाहर निकाला। इसके बाद मां-बेटी का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेज दिया।
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