![](https://i9.dainikbhaskar.com/thumbnails/680x588/web2images/www.bhaskar.com/2020/06/28/59_1593301838.jpg)
![](https://i9.dainikbhaskar.com/thumbnails/680x588/web2images/www.bhaskar.com/2020/06/28/59_1593301838.jpg)
बरारी प्रखंड मुख्यालय परिसर में 12 सूत्री मांगों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अंचल परिषद बरारी के द्वारा धरना प्रदर्शन कार्यक्रम किया गया। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रखंड सचिव राजेन्द्र प्रसाद यादव ने किया। प्रखंड मुख्यालय के सामने बैठकर जोरदार तरीके से पदाधिकारियों को निशाना बनाते हुए किसानों व लोगों की समस्याओं को रखा और सरकार और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ न केवल नारेबाजी की बल्कि किसानों की समस्या को सुलझाने में सरकार असफल रही है।
ये है मांगें : राजेन्द्र प्रसाद यादव ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि किसानों को बिजली पानी मुफ्त दिया जाय। प्रत्येक भूमिहीन परिवार को बसने के लिए पांच डिसमिल जमीन दिया जाय। हदबन्दी भूदान की जमीन दखल दिलाया जाय। विस्थापितों को बसने के लिए जमीन दिया जाय। सिक्कट पंचायत अंतर्गत बांध टोला तिरासी महादलित की बासगीत जमीन नापी कराई जाय। पूर्व जिला पदाधिकारी को दिए आवेदन पत्र पर सुनवाई करते हुए सकरेली पंचायत अंतर्गत मधुबनी ग्रामवासी भूमिहीन को बासगीत पर्चा दिया जाय।
महंगाई बेरोजगारी एवं भ्रष्टाचार को रोका जाय, मनरेगा की धांधली की जांच कर करवाई की जाय। प्रत्येक वृद्ध को पांच हजार रुपए प्रति माह पेंशन दिया जाये। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बरारी में भूमि से संबंधित बहुत सारी समस्याएं हैं। वर्षों बीत जाने के बाद भी जिन्हें जमीन दिया गया है उन्हें अब तक हक नहीं मिला है। कई मामले कोर्ट में जाने के कारण गरीब, भूमिहीनों को इससे वंचित होना पड़ रहा है।
बिना पैसे दिए नहीं होता कोई काम
उन्होंनेयह भी कहा कि बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने कोई बड़ी योजना नहीं ली है। जिसके कारण लोगों को हर वर्ष बाढ़ का दंश झेलना पड़ता है। बासगीत का पर्चा हो या फिर प्रधानमंत्री आवास योजना या शौचालय निर्माण सभी भी बिचौलिया हावी है। बिना पैसे दिये कोई काम नहीं होता। हाल के वर्षा के कारण किसानों की फसल मारी गई है। लेकिन अब तक किसानों को फसल क्षति का मुआवजा नहीं मिला है। मक्का का यह हाल है कि सरकार ने जो निर्धारित मूल्य किये हैं मक्का उससे काफी कम कीमत पर बिक रही है। भूमिहीनों को आवास दिया जाय।
धान खरीद में काफी घपला हुआ है। पैक्स द्वारा धान खरीद की धांधली की जांच कर करवाई की जाये। सरकार को चाहिए कि उसने न्यूनतम मूल्य मक्का का तय किया है उस पर सरकार ही मक्का को खरीदे ताकि किसानों को राहत मिले। इस अवसर पर परमेश्वर यादव, शिवशंकर साह, मनीष कुमार पासवान, दिलीप कुमार, गणपत रविदास, पूनम देवी दिया जाए।
मूल्य वृद्धि को ले भाकपा माले ने किया प्रदर्शन
बारसोई नगर पंचायत के रासचौक पर शनिवार दोपहर भाकपा माले विधायक महबूब आलम के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने डीजल पेट्रोल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एनडीए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आम आदमी के हित में इस मूल्य वृद्धि को वापस लेने का मांग की। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विधायक महबूब आलम ने कहा कि एक और सरकार इस महामारी के दौरान आम जनों को रियायत देने की घोषणा करती है दूसरी ओर पेट्रोल डीजल की कीमत में बेतहाशा वृद्धि कर जनता के जेब में डाका डाल रही हैं।
जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण रोजगार का संकट और महंगाई चरम पर है और सरकार दुनिया में सबसे अधिक कीमत पर पेट्रोल डीजल बेचकर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है और किसान मजदूरों का शोषण कर रही है जिसके खिलाफ हम लोग विरोध प्रदर्शन करते हुए एकजुट संघर्ष लगातार जारी रखेंगे इस अवसर पर काजीम इरफानी, काजी साहबाज, मोअजम, गुलजार मिथुन यादव सहित एपवा महिला संगठन नेत्री जुही महबूबा के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाए भी प्रमुख रूप से शामिल हुई ।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
إرسال تعليق