शहर के रेलवे लाइन एवं एनएच के नीचे दो दशकों से जाम रहे नालों की इस साल उड़ाही संभव हो पाई। इसके लिए नगर परिषद ने इस साल ड्रिलिंग मशीन को लगाया है। इससे कई ऐसे पुराने नालों की सफाई करने में सहुलियत हो रही है, जिसे मानव बल से सफाई कराना संभव नहीं हो पाता था। दरअसल इस साल कोरोना संक्रमण के काल में डीएम नवीन कुमार ने नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी मुकेश कुमार को पहले ही सख्त हिदायत दे रखी है कि चाहे जैसे भी हो, बड़े व जाम नालों की इस साल उड़ाही कराने की व्यवस्था करें।

उनके आदेश पर नगर परिषद पिछले कई दिनों से शहर के अलगाना सहित कई अन्य प्रमुख नालों की सफाई में जुटा है। शुरुआती दौर में डीएम आवास के पास मंगलवार को रेलवे लाइन एवं एनएच के नीचे जाम पड़े नालों की सफाई का काम किया गया। वहीं आगे डीएम एवं एसपी आवास के पास रहा पईन का भी सफाई कार्य भी कराया जा रहा है। सफाई होने के बाद शहर के वार्ड नंबर पांच के मदारपुर ,दौलतपुर एवं सात के स्टेशन इलाका व टेनीबीघा समेत अन्य मोहल्लों में जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी।

पुरानी समस्या के समाधान पर गद्गद हैं शहर के लोग
कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि इसके बाद फिदा हुसैन मोड़ के पास एनएच एवं विशुनगंज मोहल्ले के पास रेलवे लाइन के जाम नाले की भी पूरी तरह से सफाई कराई जाएगी। जिससे वार्ड संख्या चार के लोगों चार एवं छह के लोगों के जलजमाव की समस्या का समाधान मिलेगा। उन्होंने बताया कि सफाई कार्य पूरा करने में आधुनिक मशीन का प्रयोग किया जा रहा है। फाइबर केबल मशीन से रेलवे लाइन एवं एनएच के नीचे जाम नालों की सफाई कराई जा रही है वहीं जेसीबी एवं ट्रैक्टर लगाकर नाला मे रहा मलबे को किनारा लगाया जा रहा है। इधर दो दशक से जाम पड़े नालों की सफाई होने पर शहरवासी मे खुशी है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं मोहल्ले वासियों ने राहत की सांस ली है। तथा इसके लिए जिला प्रशासन एवं नगर प्रशासन को धन्यवाद का पात्र बताया है। इलाके के प्रबुद्ध नागरिक धनेश्वर चौधरी, अनिल सिह व सुनील कुमार ने कहा कि दो दशकों से जाम पड़े नाले की सफाई कराने के लिए डीएम नवीन कुमार एवं कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि दोनो अधिकारियों ने समस्या को संज्ञान में आने पर तुरंत स्थल निरीक्षण किया गया और जाम पड़े नाला को आधुनिक मशीन लगाकर साफ कराकर ही दम लेना सराहनीय है।

वार्ड पार्षदों ने कहा, अब नहीं हो सकेगा जलजमाव
वार्ड पार्षद धर्मपाल यादव ने बताया कि टेनी बीघा से डीएम एसपी आवास होते हुए अलगाना तक पूर्व से पईन थी,जिससे पानी का आवागमन होता था। पानी का उपयोग फसल की सिंचाई मे भी होता था, जो देखरेख के अभाव में दिन प्रतिदिन भराई होकर अस्तित्व खो दिया था। रेलवे लाइन एवं एनएच के नीचे बना नाला पूरी तरह से भरकर खो गया था। जिससे स्टेशन इलाके एवं टेनी बीघा समेत कई मुहल्ला का नाली का पानी भी नहीं निकल रहा था। लोगों को गर्मी में भी जलजमाव सामना करना पड़ रहा था। बरसात के दिनों में तो और समस्या गहरा जाती थी। मेन रास्ते पर पानी जमा रहने से लोगों को आने जाने मे नाली के पानी से गुजरना पड़ता था। संक्रामक बीमारी का भी खतरा रहता था नाले की पुरी सफाई हो जाने से लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी ।इधर वाडॆ पांच के धनेश्वर चौधरी ने बताया कि उनका पूरा वार्ड का पानी नहीं निकलने से जल मग्न रहता था । बारिश होने के बाद एसएन कॉलेज, मदारपुर, उतरी दौलतपुर रोड में ठेहुना भर पानी लगता था।



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Blowing of drains on the railway line and narrow areas of NH for over two decades

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