

रोस्टर क्लियरेंस प्रशिक्षण देने के बाद भी विश्वविद्यालयों से सहायक प्रोफेसर की रिक्ति शिक्षा विभाग को नहीं मिल रही है। रोस्टर के हिसाब से रिक्ति भेजने में विवि ने परेशानी बताई थी। इस समस्या के समाधान के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों के संबंधित अधिकारियों व कर्मियों को पटना में प्रशिक्षण दिया गया। सामान्य प्रशासन विभाग के विशेषज्ञ, उच्च शिक्षा निदेशालय के अधिकारी व प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के कर्मियों ने प्रशिक्षण दिया था। रेशनेलाइजेशन और रोस्टर के आधार पर रिक्ति भेजने की पूरी जानकारी दी गई थी।
प्रशिक्षण देने के बाद शिक्षा विभाग ने विवि से 15 दिनों के अंदर रिक्ति भेजने के लिए कहा था। इसके बावजूद रिक्ति नहीं मिल रही है। पिछले साल से ही विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर नियुक्ति के लिए विवि से रिक्ति मांगी जा रही है। राजभवन व शिक्षा विभाग में कई बैठक और लगभग डेढ़ दर्जन रिमाइंडर का भी विवि पर असर नहीं हो रहा है। आधे अधूरे रेशनेलाइजेशन और बिना रोस्टर क्लियरेंस से 11 विवि से सहायक प्रोफेसर की 4492 रिक्त मिली है। 15 जून को राज्यपाल फागू चौहान ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को रेशनेलाइजेशन व रोस्टर अनुसार रिक्ति भेजने का आदेश दिया था।
नियुक्ति के लिए विधानसभा चुनाव के पहले वैकेंसी का विभाग का लक्ष्य
विवि में सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति राज्य विवि सेवा आयोग से होनी है। आयोग का गठन पिछले साल ही हो चुकी है। रिक्ति नहीं मिलने से बहाली प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है। रेशनेलाइजेशन के आधार पर विषयवार रिक्ति 17 अप्रैल तक मांगी गई थी। इसके पहले दिसंबर फिर जनवरी, फरवरी व मार्च 2020 में कई तिथि दी गई थी। शिक्षा विभाग का लक्ष्य है विधानसभा चुनाव के पहले सहायक प्रोफेसर नियुक्ति के लिए वैकेंसी आ जाए। विवि से विषयवार रिक्ति मिलने के बाद शिक्षा विभाग समीक्षा करेगा। इसके बाद विवि सेवा आयोग को रिक्ति भेज देगा।
बिना रोस्टर के बीआरए विवि में सर्वाधिक 1023 रिक्ति
बिना रोस्टर व रेशनेलाइजेशन के विभाग सबसे अधिक बीआरए विवि में 1023 रिक्ति मिली है। इसके बाद एलएन मिथिला विवि में 785 रिक्ति बताई गई है। पाटलिपुत्रा विवि में 455 रिक्ति है। वीर कुंवर सिंह विवि में 424, पूर्णिया विवि में 203, तिलका मांझी विवि भागलपुर में 249, जेपी विवि में 311, मुंगेर विवि में 236, बीएन मंडल विवि में 114 और पटना विवि 294 और मगध विवि में 398 रिक्ति भेजी है।
पहले की रिक्ति और आवश्यकता के आधार पर सरकार मान रही थी कि लगभग 6500 सहायक प्रोफेसर के पद पर बहाली होगी, लेकिन 11 विवि से 4492 रिक्ति मिली है। इस आधार पर माना जा रहा है कि लगभग 5 हजार पदों पर ही सहायक प्रोफेसर की बहाली होगी। सभी विवि में रेशनेलाइजेशन के हिसाब से 8921 स्वीकृतपद बताए गए हैं। इसमें बीपीएससी के माध्यम से 2496 सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति विभिन्न विश्वविद्यालयों में की जा चुकी है।
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