

राज्य के हर खेत को पानी पहुचने के लिए 17 जुलाई से 7 अगस्त खेतों के प्रत्येक प्लॉट का सर्वे होगा। एनआईसी द्वारा तैयार कृषि जल एप के माध्यम से सर्वे होगा। इस मामले पर मंगलवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर निर्देश दिए। कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि अभी राज्य की 58 प्रतिशत खेतों ने सिचाई की सुविधा है। अब हर खेत तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य है।
मुख्य सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कृषि सचिव डॉ. एन सरवण कुमार ने पीपीटी के माध्यम से सर्वे का प्रस्तुतिकरण किया। बताया कि किसान सलाहकार व कृषि समन्वयक द्वारा प्लॉटवार सिचाई के साधन की जानकारी दी जाएगी। नहर, ट्यूबवेल, तालाब या अन्य किसी साधन से सिंचाई हो रही है, इसकी जानकारी रहेगी। जिस प्लॉट में सिचाई उपलब्ध नहीं है, वहां किस माध्यम से पानी पहुंचाया जा सकता है, यह भी बताया जाएगा।
कृषि जल एप पर सर्वे आंकड़ा फीड होगा। सर्वे राजस्व विभाग द्वारा उपलब्ध डिजिटल मैप के अनुसार होगा। सर्वे में कृषि फीडर के लिए किसानों से अलग से राय ली जाएगी। सर्वे प्रगति की प्रत्येक दिन जिला स्तर पर समीक्षा होगी। प्रत्येक 3 दिनों पर मुख्यालय स्तर पर समीक्षा की जाएगी। सर्वे में लघु जल संसाधन व जल संसाधन विभाग की सिचाई सुविधा का भी आकलन होगा।
रफ्तार तेज : 33 लाख लक्ष्य में से 12.61 लाख हेक्टेयर में रोपनी पूरी
इस साल रोपनी की रफ्तार काफी तेज है। लक्ष्य का एक तिहाई से अधिक यानी 38.23 प्रतिशत रोपनी हो चुकी है। पिछले साल की तुलना में 6.93 लाख हेक्टेयर में अधिक रोपनी हुई है। पिछले साल 13 जुलाई तक 5.68 लाख हेक्टेयर में रोपनी हुई थी, जबकि इस साल 12.61 लाख हेक्टेयर में राेपनी हो चुकी है। आगे भी बारिश बेहतर रही तो रिकॉर्ड धान का उत्पादन होगा। 1 जून से 13 जुलाई तक 317 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 496 एमएम बारिश हुई।
सबसे अधिक गोपालगंज में 93 प्रतिशत रोपनी हुई है। पूर्वी चंपारण 87, पश्चिम चंपारण 90, सीवान 86, सारण 82 व सीतामढ़ी में 80 प्रतिशत रोपनी हो चुकी है। दक्षिण बिहार के जिलों में उत्तर बिहार की तुलना में देर से रोपनी होती है। समय से रोपनी होने से धान का उत्पादन बेहतर होता है। साथ ही रबी फसल की बुआई भी समय से होगी। इससे रबी फसल का उत्पादन अधिक होगा।
4.5 लाख हेक्टेयर में मक्का बुआई का लक्ष्य
खरीफ मौसम में 4.5 लाख हेक्टेयर में मक्का की बुआई का लक्ष्य है। 3.20 लाख हेक्टेयर में मक्का की बुआई हो चुकी है। पिछले साल इस साल से आधी 2.34 हेक्टेयर में मक्का की बुआई हुई थी। कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा इस साल मानसून बेहतर है। तेजी से किसान रोपनी कर रहे है। उम्मीद है कि इस साल रिकॉर्ड धान उत्पादन होगा।
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