जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। नेपाल द्वारा लगातार पानी छोड़े जाने से गंडक नदी कई जगह तटबंधों पर दबाव बढ़ा रही है, इससे स्थानीय लोगों के होश उड़े हैं। बरौली के सिकटियां में रिंग बांध पर दो जगह पानी का रिसाव हो रहा है।
हालांकि रिसाव कंट्रोल करने में बाढ़ नियंत्रण विभाग की टीम मुस्तैदी से जुटी है। उधर दो दिनों से पानी का डिस्चार्ज बढ़ने के साथ कुचायकोट, सदर प्रखंड और बैकुंठपुर के करीब 40 गांवों में बाढ़ का पानी पूरी तरह से फैल चुका है। सर्वाधिक प्रभावित कटघरवा, जगिरी टोला व मकसूदपुर के ग्रामीणों को राहत केन्द्र में रखा गया है।

डीएम के आदेश पर कम्यूनिटी किचेन शुरू कर दिया गया है। सोमवार की आधी रात सर्वाधिक डिस्चार्ज 2 लाख 39 हजार 200 क्यूसेक रहा। इस पानी के पहुंचने से हालात और भी बिगड़ सकते हैं। हालांकि मंगलवार की दोपहर में बाल्मीकि नगर डैम से डिस्चार्ज कम हुआ। शाम चार बजे 2 लाख 51 हजार 200 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना है।
स्लूईश गेट पर रिसाव से सकते में ग्रामीण
सिकटिया में स्लुईश गेट के पास हो रहे रिसाव को देख आसपास के ग्रामीण सकते में आ गए। आनन-फानन में ग्रामीणों ने इसकी सूचना बाढ़ नियंत्रण विभाग और स्थानीय प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को दी। सूचना पर जल संसाधन विभाग के टीम के साथ बरौली बीडीओ सीओ ,पूर्व विधायक और सिधवलिया पुलिस ने रिसाव स्थल पर पहुंच तत्काल रिसाव निरोधी कार्य कर रिसाव को कंट्रोल कर लिया। इस कार्य मे प्रशासनिक पदाधिकारी को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी तब जाकर तटबंध पर हो रहे रिसाव पर काबू पाया गया। जिसमे मजदूरों के साथ मशीन का भी सहयोग लिया गया। वैसे फिलहाल यहां की स्थिति सामान्य हो चली है।

बालू का बोरा ढोने लगे पूर्व विधायक
जदयू प्रदेश महासचिव व बैकुंठपुर के पूर्व विधायक मंजीत कुमार सिंह सिकटिया मे हो रहे बांध के रिसाव को रोकने के लिए 200 कार्यकर्ताओं को लेकर खुद बालू का बोरा ढोने लगे ताकि रिसाव बंद हो सके। पूर्व विधायक ने बताया कि जब वो सिकटिया मे गंडक निरीक्षण करने पहुंचे तो सिकटिया की स्थिति भयावह हो रही थी जिसकी जानकारी उन्‍होंने जिला पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी एवं जल संसाधन विभाग को दी। खुद हीं बांध को बचाने के लोगों के साथ पानी में उतर गए।

विधायक ने किया बांधों का निरीक्षण
बैकुंठपुर के विधायक मिथिलेश तिवारी ने बरौली प्रखंड के सिकटिया से लेकर बंजरिया, शीतलपुर, बहरामपुर, पकहं, फैजुल्लाहपुर तक बांधों का निरीक्षण करते किया। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया।

कुचायकेाट के 200 घरों में घुसा बाढ़ का पानी
कुचायकोट अंचल के मटिहानिया काला पंचायत के वार्ड नंबर 3,6,7 में बाढ़ की पानी आ जाने से लगभग दो सौ पीड़ित परिवारों कि काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर अंचल पदाधिकारी द्वारा मुआयना कर अनुमंडल पदाधिकारी गोपालगंज एवं जिला पदाधिकारी से अवगत कराते हुए त्वरित कार्रवाई करने की मांग की गई। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा पॉजीथिन सेट एवं कम्युनिटी किचन की व्यवस्था कराने की निर्देश दिया गया।

शरणार्थी शिविर का निरीक्षण
बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रखंड में 12 राहत शिविर बनाया गया है। जहां पर बाढ़ पीड़ितों को रखा जायेगा। सोमवार को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उषा कुमारी ने प्रखंड के जीडी उच्च विद्यालय डूमरिया एवं बुनियादी विद्यालय गौसिया आदि राहत शिविरों का निरीक्षण किया। कर्मियों को साफ सफाई के साथ केन्द्र को सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया।



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3 lakh 40 thousand cusecs of water discharged from Gandak Barrage, flood water in 40 villages, pressure on embankments

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