खाद्य आपूर्ति विभाग का राशन कार्ड बनाने में बड़े पैमाने पर लापरवाही सामने आयी है। राशन कार्ड से कार्डधारी के माता-पिता का ही नाम गायब कर 6 साल के बच्चे को परिवार का मुखिया बना राशन कार्ड जारी कर दिया है। वास्तव में उसका उम्र छह साल है लेकिन 25 साल दर्शा कर कार्ड निर्गत कर दिया गया है। इस तरह का मामला सिर्फ एक पंचायत में करीब चार सौ सामने आया है। दूसरे अन्य पंचायतों में भी गड़बड़ी की संभावना है।

जिसे अब दुरुस्त करवाने के चक्कर में परिवार के मुखिया को ठोकरे खानी पड़ रही है। बावजूद सुधार का कोई आसार नजर नहीं आता। हैरान कर देने वाले कारनामें सुर्खियों में तब आया जब सदर के मौना के चनचौरा गांव निवासी पीड़ित मजदूर मुकेश मांझी शिकायत लेकर मुखिया प्रतिनिधि मुद्रिकालाल महतो के पास पहुंचा। बीडीओ आनंद कुमार ने बताया कि इसकी जांच कर त्रुटी को सुधारा जायेगा।

बच्चों के नाम से ही जारी कर दिया राशन कार्ड

जिनमें एक परिवार में यदि पांच लोग है तो माता-पिता के नाम गायब है और उनकी जगह 4 साल व 5 साल के बच्चे-बच्चियों के ही नाम पर विभाग ने राशन कार्ड जारी कर दिया है। जिसमें एक या दो यूनिट को ही शामिल किया गया है।
विभाग के कार्यशैली पर सवाल

लिहाजा कार्ड पर लगी संयुक्त तश्वीरों में माता-पिता के साथ सामने तीन बच्चों की तश्वीरे साफ -साफ दिखाई पड़ रही है। बावजूद यह विभाग के कर्मियों को कही नजर नहीं आ रहा जो खाद्य आपूर्ति विभाग के कर्मियों की कार्यशैली पर एक बड़ा सवाल है ?

जांच के पता चलेगा गड़बड़ी

इस तरह का मामला अभी मेरे संज्ञान में नहीं आया है। अगर ऐसा है तो आवेदन देने के बाद जांच कर सुधार किया जायेगा। किस स्तर से गड़बड़ी हुई यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा।
अरुण कुमार सिंह,जिला आपूर्ति पदाधिकारी,सारण

मुखिया प्रतिनिधि बोले- हमारे पंचायत में चार सौ मामले ऐसा हैं

जिसकी सुधार की गुजारिश पर मुखिया प्रतिनिधि मुद्रिकालाल महतो ने भी खुद को लाचार बताया कहा कि मेरे पंचायत में ऐसे एक नहीं बल्कि चार सौ ऐसे राशन कार्ड के मामले सामने आए है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Post a Comment