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एक माह बाद गंडक के जलस्तर में मामूली कमी दिखी, लेकिन बाढ़ प्रभावित गांवों में इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। बाढ़ ग्रस्त इलाकों के हालात अभी भी बेकाबू हैं। 130 गांवों में से 90 गांवों में 3 से 4 फीट पानी बह रहा है। बुधवार को बाल्मीकि नगर डैम से पानी का डिस्चार्ज 30 हजार क्यूसेक बढ़ गया है। हर घंटे डिस्चार्ज लेवल में उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया। दोपहर 2 बजे सबसे ज्यादा 1 लाख 95 हजार 200 क्यूसेक डिस्चार्ज किया गया। इससे नदी के जलस्तर में आज रात फिर से उफान आ सकती है। हालांकि पिछले तीन दिनों से पानी का डिस्चार्ज घटने से गंडक का जलस्तर 33 सेमी कम हो गया था। हालांकि अभी भी नदी खतरे के निशान से 24 सेमी उपर बह रही है।
नेपाल में हो रही है मध्यम दर्जे की बारिश
नेपाल में फिर से बारिश शुरू हो गई है। गंडक के जल अधिग्रहण वाले नेपाली क्षेत्र में मंगलवार की रात्रि से बुधवार की सुबह तक मध्यम दर्जे का वर्षापात दर्ज किया। नेपाली मौसम विभाग के अनुसार पिछले 12 घंटे में 58 एमएम बारिश हुई है। लेकिन पहले से स्टोरेज के कारण गंडक बराज लबालब है। नया डिस्चार्ज पहुंचने पर आज रात से गंडक के जलस्तर में बढ़ोत्तरी शुरू हो जाएगी।
दियारे के इन गांवों में फिर बढ़ी परेशानी
कुचायकोट के काला मटिहनियां, धूप सागर, सलेपुर, जमुनियां, गंम्हरिया, गुमनियां, बरईपटी, सदर प्रखंड के पथरा, बरईपटी, मशान थाना, विसंभरपुर, मांझा प्रखंड के गौसियां, धामापाकड़, पुरैना, पथरा, भौसहीं, बरौली प्रखंड के देवापुर, प्यारेपुर, सोनवर्षा, रुपनछाप, बतरदे, परसौनी, सिकटियां, सलेमपुर, हसनपुर, बलरा सिघवलिया प्रखंड के सलेपुर, बंजरिया, अमरपुरा, डुमरियां, जोगीरहां, बैकुंठपुर प्रखंड के दीपउ, खोरमपुर, महारानी, उसरी, टंडसपुर, बनौरा, गम्हारी, चिउटांहां, पकहां, सितलपुर, सलेमपुर, अदमापुर, फैजुल्लाहपुर, मूंजा, मटियारी, प्यारेपुर, आशा खैरा, महम्मदपुर।
18 हजार हेक्टेयर से ज्यादा फसल बर्बाद
बाढ़ की चपेट में आने से मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर में 18 हजार हेक्टेयर से ज्यादा की फसल बर्बाद हो गई है। करीब 7 हजार हेक्टेयर में लगी गन्ने की फसल डूबने से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। जबकि 11 हजार हेक्टेयर में धान व मक्के का नुकासान हुआ है। कई इलाकों के धान के खेतों में तीन से चार फीट तक बाढ़ का पानी बह रहा है। ऐसे में फसल बचने की उम्मीद किसान छोड़ चुके हैं। जिला कृषि पदाधिकारी वेद नारायण सिंह ने कहा कि यह अनुमान है। जब तक सर्वे का काम पूरा नहीं होगा स्पष्ट कहना जल्दबाजी होगा।
बाढ़ से 135 स्कूलों में बह रहा पानी
बैकुंठपुर। प्रखंड के कुल 155 सरकारी स्कूलों में से 135 विद्यालयों में बाढ़ का पानी बह रहा है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि अपग्रेड मिडल स्कूलों में 10वीं की रजिस्ट्रेशन को लेकर प्रधानाध्यापकों को वैकल्पिक व्यवस्था के आधार पर छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि बाढ़ का पानी स्कूलों में जमा रहने से छात्र रजिस्ट्रेशन के लिए काफी कम संख्या में पहुंच रहे हैं।
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