बिहार में विधानसभा चुनाव हों और पाकिस्तान चर्चा में न आए ऐसा संभव नहीं है। पांच साल पहले भी तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का बयान भाजपा के हारने पर पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे चुनाव के ईर्द-गिर्द जमकर उछला। अब इस चुनाव में भी एक बार फिर केंद्र में पाकिस्तान...जिन्ना, अपराध हैं। अबकी इस मुद्दे को चुनावी तरंगों में लाए हैं केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह।
उन्होंने जाले विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मस्कूर उस्मानी के बहाने महागठबंधन पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं को देश को जवाब देना होगा कि क्या जाले सीट से उम्मीदवार जिन्ना का समर्थन करते हैं? कांग्रेस और महागठबंधन को बताना होगा कि क्या वे भी जिन्ना का समर्थन करते हैं?
क्या शार्जील इमाम उनके स्टार प्रचारक होंगे? देश को बताना होगा जाले से जिसको टिकट मिला है, वो जिन्ना का समर्थक हैं। क्या कांग्रेस पार्टी, राजद और महागठबंधन वे भी जिन्ना के साथ है। पूरे बिहार का चुनाव जिन्ना के रास्ते पर होगा? जब आतंकवादी का समर्थक जिन्ना के समर्थक को टिकट दे रहे हैं तो इनके मानने वाले क्या करेंगे?
कांग्रेस प्रत्याशी पर सवाल के साथ आया चुनाव में जिन्ना का नाम
2017 में हुए विवादों के बाद एएमयू के तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष मस्कुर उस्मानी का कहना था स्टूडेंट यूनियन स्वतंत्र संस्थान है। इस बॉडी के कामों में कोई दख़ल नहीं दे सकता। हम जिन्ना की विचारधारा का विरोध करते हैं लेकिन उनकी तस्वीर होना बस एक ऐतिहासिक तथ्य है। तस्वीर का होना ये साबित नहीं करता है कि छात्र जिन्ना से प्रेरणा लेते हैं। जहां तक है तस्वीर हटाने की तो पहले संसद से सावरकर की तस्वीर हटाई जानी चाहिए।
भाजपा का हमला: महागठबंधन बताए..क्या वह जिन्ना के साथ है
देश को बताना होगा जाले से जिसको टिकट मिला है, वो जिन्ना का समर्थक हैं। क्या कांग्रेस पार्टी, राजद और महागठबंधन वे भी जिन्ना के साथ है। पूरे बिहार का चुनाव जिन्ना के रास्ते पर होगा?
जदयू पहली बार: मुस्लिम से जुड़े मुद्दे पर भी जदयू और भाजपा एक सुर
जदयू प्रवक्ता डॉ.अजय आलोक ने कहा कांग्रेस-राजद को शत्रुओं की क्या जरूरत? कांग्रेस नेहरू को भूलकर जिन्ना की तारीफ में है, तो शहाबुद्दीन को घुमाकर बेचारा राजद क्या गलत करता है?
राजद का पलटवार: मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है: राजद
प्रवक्ता चितरंजन गगन और मृत्युंजय तिवारी ने कहा एनडीए मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता हरखु झा का कहना है मालेगांव कांड की आरोपी प्रज्ञा को बीजेपी ने उम्मीदवार क्यों बनाया था?
परदे के पीछे : ...आखिर क्यों चुनावों में उठता है पाक और जिन्ना का मुद्दा
बड़ा सवाल यह है कि चुनावों में पाकिस्तान और जिन्ना का मुद्दा अचानक क्यों उठता है...इसके पीछे का गणित बिल्कुल साफ है। बिहार में कुल मुस्लिम आबादी 16.87 फीसदी है। 4 जिलों किशनगंज में 67.98 फीसदी, कटिहार में 44.47 फीसदी, अररिया में 42.95 फीसदी और पूर्णिया में 38.46 फीसदी मुस्लिम आबादी है।
इन चारों में मुस्लिम आबादी को देखते हुए बाकी जिलों में हिंदू वोटरों के ध्रुवीकरण के लिए यह मुद्दा काफी मुफीद माना जाता है। इसके अलावा दरभंगा में 22.39%, प.चंपारण में 21.98% और सीतामढ़ी में 21.62%, पू.चंपारण में 19.42%, सुपौल में 18.36% और मधुबनी में 18.25% मुस्लिम वोटर हैं। बिहार में मुस्लिम आबादी वाले टॉप-10 जिलों में विधानसभा की एक-तिहाई (78) सीटें आती है।
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