खानकाह मुजीबिया का 402वां सालाना तीन दिवसीय उर्स 28-30 अक्टूबर के बीच हाेगा। 30 अक्टूबर काे पैगंबर माेहम्मद साहब के मुए मुबारक की जियारत कराई जाएगी, पर इस बार काेराेना की वजह से उर्स का मेला नहीं लगेगा। न ही दुकानें खुलेंगी। बिना बैंड बाजा के साथ मजार पर चादरपाेशी हाेगी। एक साथ केवल पांच लाेगाें काे चादरपाेशी करने की अनुमति मिलेगी।
उर्स काे लेकर खानकाह मुजीबिया मेंं साेमवार काे खानकाह प्रबंधन की नगर परिषद और प्रशासनिक अधिकारियाें की अहम बैठक हुई, जिसमें ये फैसले लिए गए। काेराेना काल और चुनाव में इस फैसले काे लेकर प्रशासनिक अधिकारियाें ने राहत की सांस ली है।

देश-विदेश से आने वाले अकीदतमंदों को दे दी गई है सूचना

खानकाह मुजीबिया के प्रबंधक माैलाना मिंहाजुद्दीन मुजीबी ने कहा- देश-विदेश से आने वाले अकीदतमंदाें को सूचना दी जा रही है कि वे कम-से-कम संख्या में जियारत के लिए फुलवारीशरीफ पहुंचे। 30 अक्टूबर को होने वाली हजरत मोहम्मद साहब के मुए मुबारक कि जियारत के लिए उन्हीं अकीदतमंदाें इजाजत दी जाएगी जो मास्क पहनकर आएंगे। उर्स के मौके पर महफिले समां, जलसा-ए- सीरतुन्नबी, कुल, फातहिा और जियारत पहले की तरह हाेगा। इसमें काेई बदलाव नहीं किया गया है।

पंडाल और कैंप नहीं लगाए जाएंगे
नगर परिषद के सभापति आफताब आलम ने बताया कि साफ-सफाई, बिजली-पानी का प्रबंधन नगर परिषद द्वारा किया जाएगा, पर किसी तरह का पंडाल, कैंप आदि नहीं लगेगा। इस मौके पर अंचलाधिकारी कुमार कुंदन लाल, प्रखंड विकास पदाधिकारी जफरूद्दीन, अखलाक अहमद कादरी, सैयद मोहिउद्दीन इमाम थानेदार रफीकुर्रहमान भी आदि मौजूद रहे।



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Khankah fair will not be held in Muzibia

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