हाेमगार्ड में चालक बनने के लिए 15 अभ्यर्थियाें ने दूसरे काे लिखित परीक्षा में बैठाया और पास हाे गया। पास हाेने के बाद खुद शारीरिक परीक्षा देने के लिए शुक्रवार काे गर्दनीबाग के पटना हाईस्कूल में आ गया। जब रिटेन टेस्ट के एडमिट कार्ड से उसका फाेटाे और फिंगर प्रिंट का मिलान कराया गया ताे नहीं मिला। अधिकारियाें काे इन 15 अभ्यर्थियाें पर शक हाे गया।
जब कड़ाई से पूछताछ की गई ताे मामला खुल गया। फिर पुलिस काे बुलाया गया। पुलिस गिरफ्तार कर इन्हें ले गई। सभी 15 के खिलाफ हाईस्कूल में तैनात इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार के बयान पर केस दर्ज किया गया। गिरफ्तार अभ्यर्थियाें में प्रेम रंजन, राहुल कुमार, नितेश कुमार, अभिषेक कुमार, रितेश, टिंकु दास, राज कुमार राज, सत्यपाल कुमार, अरविंद कुमार सिंह, आदित्य कुमार, सुधीर कुमार, सरजीत कुमार, शैलेंद्र पासवान आदि शामिल हैं।
ये सभी खगड़िया, मधुबनी, गाेपालगंज, पूर्वी चंपारण, बक्सर, गया, दरभंगा, गया व वैशाली जिले के रहने वाले हैं। केंद्रीय चयन पर्षद, सिपाही भर्ती ने 29 मई काे 98 चालकाें की बहाली के लिए लिखित परीक्षा का परिणाम घाेषित किया था। रिटेन टेस्ट पास कराने के लिए 1 लाख से 2 लाख का साैदा हुआ था।
प्रयागराज में बिहार के 7 सॉल्वर गिरफ्तार
गुरुवार को ही प्रयागराज में पुलिस ने एसएससी की स्किल टेस्ट परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर रहे आठ लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें सात बिहार के हैं। ये दूसरे की जगह पर परीक्षा दे रहे थे। पुलिस ने सबसे पहले प्रतापगढ़ के रहने वाले अभ्यर्थी विजय कुमार को परीक्षा केंद्र के बाहर से गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में उसने बताया कि उसके और कई साथी अन्य अभ्यर्थियों के बदले परीक्षा दे रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने दानापुर के मनु कुमार, नालंदा के राज, पटना के कुंदन, मनीष, वैशाली के कुणाल, बिहटा के चंदन और नालंदा के ही गौरीधर को गिरफ्तार किया।
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