गांधी सेतु पर बुधवार की देर रात से ट्रक खराब नहीं हुआ ताे तीसरे दिन न्यू बाइपास पर जाम नहीं लगा। वाहन तेजी से हाजीपुर से पटना और फुतहा की ओर तथा पटना से हाजीपुर की ओर वाहनाें ने रफ्तार पकड़ लिया। जाम नहीं लगने से लाेगाें काे बहुत राहत मिली।
इसलिए जरूरी है कि गांधी सेतु पर किसी हाल में ट्रक के खराब हाेने पर उसे क्रेन से फाैरन हटाया जाए। मैकेनिक काे सेतु पर हर एक किलाेमीटर पर रखा जाए। ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार काे ओवरटेकिंग करने वाले वाहनाें पर भी सख्ती की। ट्रैफिक एसपी डी. अमरकेश ने बताया कि अपने लेन में ही ओवरटेकिंग करने वाले 20 ट्रक व मालवाहक वाहनाें पर 50 हजार का जुर्माना किया गया।
जाम प्वाइंट पर देना हाेगा ध्यान
तीसरे दिन वाहनाें की रफ्तार भले की पकड़ ली, पर अब भी जाम प्वाइंट यानी धनुकी माेड़, जीराे माइल, गांधी सेतु के दाेनाें ओर, सिपारा से जीराे माइल, गया माेड़ आदि स्थानाें पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इन स्थानाें पर ट्रेंड ट्रैफिक जवानाें की तैनाती जरूरी है। अगर हल्का जाम भी लगे ताे फाैरन जाम काे हटाया जाए। बीच सड़क पर ट्रक या काेई भी वाहन खराब हाेने पर फाैरन क्रेन से सड़क के किनारे करना जरूरी है।
ट्रैफिक की रफ्तार रही धीमी
राजधानी में जाम जैसे हालात नहीं थे, पर ट्रैफिक की रफ्तार धीमी थी। खासकर पीक ऑवर में ऐसा देखा गया। आर. ब्लाॅक और जीपीओ के बीच पुलिस निर्माण हाेने से जाम लगता रहा है। गुरुवार काे बाइपास जाम नहीं था ताे शहर में भी जाम की स्थिति वैसी नहीं थी ताे पहले देखी गई। राजधानी में जाम की एक और बड़ी वजह अतिक्रमण है। कई जगह नाला पर निर्माण हाेने की वजह से भी सड़क काे घेर दिया गया है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
إرسال تعليق