मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश की 1 करोड़ 20 लाख जीविका दीदियों के बीमा के लिए योजना बने। इन्हें जिला अस्पतालों के कैंटीन में भोजन का मैनेजमेंट का जिम्मा दिया जाए। मुख्यमंत्री, शुक्रवार को ‘जीविका’ प्रोजेक्ट की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के गठन से महिलाओं में जागृति आई है। जीविका दीदियों के आर्थिक गतिविधियों से जुड़ने से परिवार की आमदनी बढ़ी है। इनके द्वारा कांट्रैक्ट फार्मिंग, दुग्ध उत्पादन, मधुमक्खी पालन, मुर्गीपालन, बकरी पालन ढंग से किए जा रहे हैं। छोटे उद्यम में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा-10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। महिलाओं को और प्रशिक्षित किया जाए, जिससे उनकी भागीदारी छोटे उद्यम में बढ़े। जीविका दीदियों के माध्यम से मद्य निषेध कार्य के लिए लोगों को प्रेरित करें। वैसे वंचित परिवार जिन्हें किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, उन्हें चिह्नित कर सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ दिलाएं। नीरा के उपयोग को और बढ़ावा देने की जरूरत है।
खास निर्देश
- महिलाओं को छोटे उद्यम के कार्यों में और प्रशिक्षित किया जाए
- जीविका दीदियों के माध्यम से मद्य निषेध कार्य के लिए लोगों को प्रेरित करें
- मत्स्यपालन से जुड़े सभी काम के लिए जीविका दीदियों को प्रेरित करें।
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