संबंद्ध महाविद्यालयों में छात्राआें से शुल्क नहीं लिए जाने के फैसले का विरोध वित्त रहित अनुदानित शिक्षक-कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के शिक्षक एवं कर्मचारियों ने किया। इसको लेकर जिला समाहर्ता के समक्ष धरना प्रदर्शन कर अपनी बातों को रखा। अध्यक्षता डॉ विश्वनाथ राय ने किया। शिक्षकों ने कहा कि छह वर्ष से अनुदान की राशि लटकी हुई है। इधर, नामांकन के समय छात्राओं से शुल्क नहीं लिए जाने के फैसले के कारण काॅलेज प्रबंधन की स्थिति चरमराती जा रही है। एक मुश्त में अनुदान का भुगतान नहीं किया जा रहा है। अनुदान के बदले वेतनमान दिये जाने की मांग को उठाया। डॉ महेंद्र राय ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा इंटर महाविद्यालयों एवं डिग्री महाविद्यालयों के इंटर खंड की मान्यता समाप्त करने के प्रयास पर अविलंब रोक लगायी जाए। अनुदानित माध्यमिक विद्यालय एवं इंटर महाविद्यालय जहां संचालित है, वहां अनावश्यक रूप से मध्य विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालय के रूप में परिवर्तित नहीं किया जाए। प्लस टू विद्यालय के रूप में उत्क्रमण पर रोक लगायी जाए। कार्यरत शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी की सेवा निवृत्त की उम्र सीमा पांच वर्ष बढ़ायी जाए। साथ सेवानिवृति के बाद पेंशन व अन्य सुविधाएं देने का प्रावधान किया जाए। धरना प्रदर्शन में डॉ जनेश्वर राय, डॉ रंभा ठाकुर, डॉ पिंकू कुमारी, डॉ धनंजय राय, डॉ वैंकटेश चौधरी, प्रो रवींद्रनाथ राय, प्रो अयाजुद्दीन खान, प्रो शत्रुधन कुमार, प्रो मुरारी पांडेय, डॅा एनएम ठाकुर, डॉ निर्मल कुमार राय, प्रो हरशाद हैदर, डॉ निवास सिंह, प्रो सुरेश सिंह, नवल किशोर सिंह, डॉ हरेराम ठाकुर, डॉ योगेंद्र राय, उपेंद्र, अभिषेक, उमेश राय सहित कई शामिल थे।

रोहतास एवं कैमूर के कॉलेज से मांगे गए डिटेल्स

आरा|वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में रोहतास एवं कैमूर जिले कॉलेज के प्राचार्यों की बैठक हुई। बैठक में विद्यार्थियोें की संख्या पर शिक्षकों का अनुपात कितना है। इसका पर चर्चा हुई। 17 जनवरी को राजभवन में हुई बैठक के दौरान जो फाॅर्मेट दिया गया था। उस फॉर्मेट को दो दिनों के भीतर भरकर जमा करने का आदेश दिया गया। फॉर्मेट में पीजी विद्यार्थियों की संख्या, स्नातक पार्ट वन, टू एवं थ्री के विद्यार्थियों की संख्या, टीचर की संख्या, गेस्ट टीचर की संख्या, कॉलेज की क्षमता सहित अन्य विषयों की जानकारी मांगी गयी है।बैठक के दौरान कन्या उत्थान योजना की राशि को लेकर भी सवाल खड़ा किया गया है। कुलसचिव श्यामानंद झा ने बताया कि कई कॉलेजों ने अपनी समस्याओं को रखते हुए कहा कि कन्या उत्थान योजना का पोर्टल नहीं खुल रहा है।

एबीवीपी की नयी कार्यकारिणी कमेटी की हुई घोषणा


सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य छोटू सिंह एवं जिला संयोजक राज पांडेय ने बताया कि अनिरुद्ध सिंह को विश्वविद्यालय अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है। कैंपस मंंत्री की जिम्मेवारी प्रीतम कुमार, उपाध्यक्ष सोनी उपाध्याय, अविनाश कुमार,अविनाश सिंह, विपुल कुमार ,अंकित ओझा, विज्ञान संकाय प्रमुख आशीष चौधरी, एमबीए प्रमुख करण कुमार, बीएड प्रमुख रोहित कुमार, पीए प्रमुख प्रकाश चौबे, हिंदी विभाग प्रमुख आनन्द कुमार,भूगोल विभाग प्रमुख हिमांशु कुमार,भोजपुरी विभाग प्रमुख सोहित कुमार,जंतु विज्ञान प्रमुख विकाश कुमार, कैम्पस सह मंत्री नीतीश कुमार,सूफिया खान, रजत कुमार, विश्वविद्यालय कार्यकारणी सदस्य पप्पू कुमार, अनीश तिवारी, सौरभ कुमार,मनीष भट्ट,सलाया खान को मनोनित किया गया।


नेताजी सुभाष की जयंती पर किया गया पौधरोपण


आरा। महंथ महादेवानंद महिला महाविद्यालय के बीसीए विभाग में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जयंती पौधरोपण कर मनाया गया। प्राचार्य डॉ आभा सिंह ने कहा कि किसी भी महापुरूष की जयंती पर पौधरोपण कार्यक्रम होना चाहिए। इससे परिसर भी हरा-भरा रहेगा। उन्होंने कहा कि क्षमता, साहस एवं पराक्रम की यदि बात की जाए तो वह तीनों चीज नेताजी के भीतर हमलोगों को दिखाई देगी। रिटायर्ड फौजियों को इकट्ठा कर अंग्रेजी हुकूमत को उन्होंने हिला दिया था। समन्वयक डॉक्टर शुभा सिन्हा ने बीसीए विभाग को ग्रीन कैंपस बनाने पर जोर दिया। पौधों के संरक्षण के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। शिक्षक राघवेंद्र नारायण विकास एवं अमरजीत मिश्रा ने बताया कि जीवन में सामाजिक दायित्व को हमेशा अपने कर्तव्य सूची में रखना चाहिए। मौके पर डॉ फरीदा बानो, डॉ राखी सिन्हा, डॉ राखी सिंह आिद थी।

संबंधन निरस्त करने का फैसला वापस ले प्रबंधन


विश्वविद्यालय द्वारा संबद्ध कॉलेजों का संबंधन निरस्त किए जाने की वजह से आज हजारों छात्र-छात्राएं स्नातक के नामांकन से वंचित हो गए है। छात्रों का साल बर्बाद हो गया। इसकी सूझ लेना वाला अब कोई नजर नहीं आ रहा है। संगठन यह मांग करता है कि पूर्व की तरह ही छात्रों का नामांकन सहित अन्य कार्य को जारी रखा जाए। शिक्षकों की सेवा भी स्थाई की जाए।

अभाविप ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को जयंती पर माल्यार्पण कर किया याद

एजुकेशन रिपोर्टर | आरा

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के राधाकृष्णन भवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनायी गई। विश्वविद्यालय प्रमुख डॉ अमरेंद्र कुमार ने कहा कि आजादी चरखा चलाने से नहीं मिला है। आजाद हिंद फौज के गठन से मिला है। मुख्य वक्ता डॉ रणविजय कुमार ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस का वह नारा आज भी हमलोगों के जुबान पर हमेशा रहता है। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा आजीवन यह भारत दिलों में बसाएं रखेगा। राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य छोटू सिंह एवं जिला संयोजक राज पांडेय ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के जीवन से हमलोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है। धन्यवाद ज्ञापन प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ब्यूटी कुमारी ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश सह मंत्री अमित सिंह, विभाग संयोजक चंदन तिवारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमरजीत बिहारी, भुवन पांडेय, राहुल राय, विक्की ठाकुर, अनन्या कश्यप, रौशन, तुषार सहित कई छात्र शामिल थे। इधर, भारत विकास परिषद् के द्वारा भी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनायी गयी। अध्यक्षता अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ दिनेश्वर प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर डॉ सत्यनारायण राय, धनु, मधेश्वर पांडेय, डॉ किरण कुमारी, बलेंद्र प्रसाद, डॉ रेणु मिश्रा, डॉ दिवाकर पांडेय, डॉ पारसनाथ सिंह एवं डॉ राम तवक्या सिंह सहित कई शामिल थे।

वित्तरहित अनुदानित शिक्षक-कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के शिक्षक एवं कर्मचारियों ने जताया विरोध

एबीपी द्वारा सुभाष चंद्र बोस पर गोष्ठी को संबोधित करते वक्ता।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Ara News - the decision of the girls not to be charged the colleges opposed protested protested
Ara News - the decision of the girls not to be charged the colleges opposed protested protested

Post a Comment