जागरूक करने के बावजूद काफी संख्या में लोग यह समझने को तैयार नहीं कि लॉकडाउन उनके हित में है। लॉकडाउन उल्लंघन करने से समझाने और सख्ती बरतने पर ऐसे लोग पुलिस से भी उलझने से बाज नहीं आते। हरनौत में लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस की सख्ती से नाराज भीड़ ने पुलिस को खदेड़ दिया। हालांकि कई जगहों पर लोग पुलिस की मदद भी कर रहे हैं। जनवितरण प्रणाली के दुकानों में अनाज वितरण में गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही है और पदाधिकारी इस पर कार्रवाई कर रहे हैं। वहीं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा लॉकडाउन में भी लोगों को मदद पहुंचाया जा रहा है।
पुलिसकर्मियों को हटना पड़ा
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन-2 में थाना पुलिस को सख्ती उस समय भारी पड़ गई, जब बाजार के गोगी पर मोहल्ले के निकट भीड़ ने लाठी-डंडे, झाड़ू और ईंट के साथ पुलिस कर्मियों को खदेड़ दिया। इस वजह से पुलिस कर्मियों को वहां से भागना पड़ा। जानकारी के अनसार सुबह में पुलिसकर्मियों ने मोहल्ले में बेवजह घूमने वाले दो लोगों पर सख्ती की थी। उसके बाद पुलिस वहां से अन्य क्षेत्रों में चली गयी। इसी दौरान मोहल्ले से शिकायत गई कि एक अज्ञात व्यक्ति मोहल्ले में लगातार थूकते जा रहा है। सूचना पर पुलिसकर्मी फिर से वहां पहुंची। पर अज्ञात व्यक्ति वहां नहीं मिला। पुलिसकर्मियों को देखते ही खासकर महिलाओं ने घर से झाड़ू, डंडे और ईंट उठाकर खदेड़ दिया। मौके की नजाकत समझते हुए पुलिसकर्मी वहां से भाग खड़े हुए। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिसकी पिटाई की गयी है वह अपने घर के पास बैठा हुआ था।
सिन्दुआरा गांव के लोगों को नहीं मिल रहा राशन, लगाई गुहार
चंडी प्रखंड के महकार पंचायत के सिंदुआरा गांव के ग्रामीणों के समक्ष कोरोना संकट में अजीबोगरीब स्थिति है। ग्रामीणों को 5 किलोमीटर दूर गौरी गांव में पीडीएस दुकान से राशन मिलता है। पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए गौरी गांव के लोग उन्हें गांव में घुसने नहीं देते हैं। इस पर ग्रामीणों ने डीलर से उनके गांव आकर राशन देने की मांग की। डीलर सातो देवी ने गांव जाकर राशन बांटने से इंकार कर दिया। इस संबंध में लाभुकों ने बीडीओ, एमओ व अन्य पदाधिकारियों से गुहार लगाई है। ग्रामीण प्रमोद पटेल, बाल्मीकि जमादार, निलेश रामविलास पासवान, संजय राम, पंकज आदि ने बताया कि 5 किलोमीटर दूर गौरी गांव से राशन लाने में वैसे भी बुजूर्ग व विकलांग लाभुकों को परेशानी होती है।
क्वारान्टीन किये गये संदिग्ध
धोबा सड़क पुल स्थित जिले की सीमा पर वाहन चेकिंग में 32 संदिग्ध युवक शुक्रवार की शाम चीनी लोड ट्रक से धराये थे। सबसे हैरानी इस बात की है कि गोपालगंज से बगैर रोक-टोक के यहां तक आ गये। स्थानीय अस्पताल में जांच में सभी का टेस्ट निगेटिव निकला। उनमें से एक बराह गांव के रहने वाले को छोड़कर शेष अन्य प्रखंडों व दो शेखपुरा जिला के थे। जांच में शाम होने के चलते सभी को अस्पताल में खाना खिलवाकर कल्याण बिगहा सेंटर पर क्वारेंटीन किया गया। प्रभारी डा. राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि संबंधित थानों को सूचना दे दी गई है। वहां की पुलिस इन्हें ले जाकर संबंधित प्रखंड में क्वारान्टीन करेंगे।

कल्याणपुर में 31 निर्धन परिवारों के बीच एक सप्ताह का राशन वितरित
एमडब्लू टीम द्वारा कल्याणपुर मुहल्ले में 31 गरीब और निर्धन परिवारों के बीच एक सप्ताह का राशन वितरित किया गया। इनमें कुछ परिवार ऐसे थे जो जूता-चप्पल की सिलाई कर अपनी आजीविका चलाते थे लेकिन लॉकडाउन के कारण घर बैठे हैं। अध्यक्ष अंजनी कुमार ने बताया कि इस कार्य से प्रभावित होकर काफी लोग सहयोग के लिए आगे आये हैं। ऐसे परिवारों को चिन्हित कर मदद दी जा रही है जिन्हें कही से भी कोई मदद नहीं मिल रहा है। राहत सामग्री वितरण में पंचम नारायण, गोपाल जी, संजय कुमार, राकेश रंजन, शील कुमार, मनोज सक्सेना, अनिल कुमार, सुजीत कुमार, शशिभूषण, सुबोध गुप्ता, सुभाष आदि शामिल थे।



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Furious people chased police for violating lockdown in Gogipar locality

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