खेती में नुकसान राज्य के किसानों की नियति बन गई है। खरीफ में प्रकृति ने परेशान किया तो अब रबी में प्रकृति के साथ परिस्थिति भी दगा दे रही है। मौसम की मार पड़ी तो सरकार से सहायता भी मिली लेकिन अब नई परेशानी उन्हें खुद ही झेलनी होगी। कोराेना को लेकर लॉकडाउन का असर कटनी पर दिखने लगा है। जिला में में गेहूं की फसल तैयार हो गई है। सरकार ने किसानों को कटनी करने के लिए री पर कम बाइंडर दिया है। यह नई मशीन पराली प्रबंधन में सहायक है। लेकिन इस मशीन में उपयोग होने वाला धागा ही लॉकडाउन के बाद नहीं मिल रहा है।

जिला प्रशासन द्वारा पास निर्गत किए जाने के बाद पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से हार्वेस्टर ऑपरेटर व उनके सहयोगियों को लाखों रुपये खर्च कर बुलाया गया। लेकिन उनके ऑपरेटरों को 14 दिनों के लिए काेरंटाइन सेंटरों में रख दिया गया। जिससे जिले के ज्यादातर हार्वेस्टर का संचालन ठप हो गया है। इधर गेहूं की फसल में आग लगने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। दो दिन पूर्व हीं चेनारी में 250 बीघे में लगी गेहूं की फसल जलकर खाक हो चुकी है। करहगर, काराकाट डेहरी, सासाराम, शिवसागर, दिनारा सहित कई प्रखंडों में भी किसान अगलगी की घटना का शिकार हो चुके है। ऐसे में जिन किसानों की फसल खेत में है उनकी सांसे टंगी हुई है। किसानों की समस्या को ले प्रशासन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।

किसानों का फट रहा कलेजा
रबी की खेती शुरू हुई तो फरवरी में ही वर्षा हो गई। सैकड़ों हेक्टेयर में लगी फसल नष्ट हो गई। मार्च में फिर आंधी आई और तेज वर्षा हो गई। इस बार प्रकृति ने हजारों हेक्टेयर में लगी फसल लील ली। उस नुकसान की बहुत हद तक भरपाई सरकार ने कर दी। किसानों को क्षतिपूर्ति देने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है।

267 प्रशिक्षित चालकों सहारे 1 लाख 35 हजार हेक्टेयर गेहूं की हार्वेस्टिंग
जिले में इस वर्ष 1 लाख 35 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की खेती हुई है। बाहरी ऑपरेटरों को कोरोनटाइन किए जाने की स्थिति में फिलहाल 267 प्रशिक्षित चालकों को लॉकडाउन में हार्वेस्टर चलाने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। जो किसानों को राहत पहुंचाने में लगे हुए है। जिले में गेहूं की कटनी पहले पंजाब व हरियाणा के चालकों द्वारा की जाती थी। इस वर्ष भी बाहर से आने वाले 306 चालकों का पास भी जिला प्रशासन द्वारा निर्गत किया गया था। इसमें कई चालक अपना कार्य भी शुरू कर दिए थे।



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Farmers suffering from stings of Corona after seasonal weather

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