नासरीगंज प्रखंड मुख्यालय पर बुधवार को महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने कहा कि उनके पास ना तो काम है और ना ही भोजन। लेकिन उन्हें किसी तरह की सरकारी मदद या राहत सामग्री नहीं मिल रही है। लोगों ने बताया कि वे सभी अमियावर गांव की रहने वाली हैं। रोजाना मजदूरी करके जीवन यापन करती हैं। लेकिन लाॅकडाउन के चलते उन्हें काम भी नहीं मिलता। आर्थिक अभाव में कोई काम भी ढूंढने निकलती हैं तो पुलिस की लाठी खानी पड़ती है।
लोगों का आरोप है कि पिछले दिनों राहत सामग्रियां बांटी गईं, लेकिन उन्हें अनाज का एक दाना भी नसीब नहीं हुआ। अभी आलम यह है कि छोटे बच्चों के लिए उनके पास पैसा भी नहीं है की व अपने बच्चे को खिला सके।बीडीओ मनीष कुमार ने बताया कि इनका पीएचएच राशन कार्ड बनवाने हेतु आवेदन लिया गया है। प्रखंड स्तर पर ऐसे लोगों के कुल 1331 आवेदन प्राप्त हुए हैं। लाभुकों की जांच करवाई जा रही है। ताकि जल्द से जल्द इनलोगो का अनाज मिलना शुरू हो जाए।
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