जिले में लगातार प्रतिदिन श्रमिक स्पेशल ट्रेन व अन्य वाहनों से प्रवासियों का आना जारी है। इसे लेकर अब जिला प्रशासन ने विभिन्न रेड जोन वाले शहरों से आने वाले प्रवासियों को जहां प्रखंड क्वारेंटाइन में रखना जारी रखा गया है ताे वहीं अन्य स्थानों से आ रहे प्रवासियों को सख्त निर्देशों के साथ होम क्वारेंटाइन में रहने का फरमान जारी कर दिया है। इतना ही नहीं होम क्वारेंटाइन के प्रवासियों की प्रतिदिन स्वास्थ्य जांच के लिए आंगनबाड़ी सेविका और आशा को लगातार 14 दिनों तक डोर टू डोर हेल्थ सर्वे का निर्देश दिया है। इसके साथ ही टीम बनाकर उनकी निगरानी सख्त करने का आदेश जारी कर दिया है। होम क्वारेंटाइन में रहने वाले व्यक्ति अगर निर्देश के अनुपालन में कोताही बरतते हुए पाए जाएंगे तो उन्हें कोविड-19 एक्ट के प्रावधानों के तहत जेल जाना पड़ेगा। सरकार के निर्देश के आलोक में सूरत, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे,दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, जयपुर, हैदराबाद, थाने व धरावी आदि स्थानों से पहुंच रहे प्रवासियों को स्क्रीनिंग के बाद प्रखंड क्वारेंटाइन में आवासित करना है तथा शेष स्थानों से आने वालों को स्क्रीनिंग और होम क्वारेंटाइन के नियम का पालन करने की शपथ देने के बाद 14 दिनों की सख्त निगरानी में होम क्वारेंटाइन में भेजा जाएगा।
हर दिन नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच की जाएगी
ग्रेड ए के शहरों को छोड़कर अन्य शहरों से आने वाले प्रवासियों को होम क्वारेंटाइन में शपथ पत्र देने के बाद भेजा जाएगा। इसके साथ ही होम क्वारेंटाइन के प्रवासियों की प्रतिदिन स्वास्थ्य जांच के साथ ही टीम गठित कर नियम अनुपालन की सख्त निगरानी की जाएगी। निगरानी टीम में संबंधित पंचायत के मुखिया व वार्ड सदस्य के साथ ही स्थानीय चौकिदार को भी रखा गया है। इतना ही नहीं होम क्वारेंटाइन के प्रवासी अगर नियम की अवहेलना करते पाए जाएंगे तो उनके विरुद्ध महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी जिसमें जेल भी हो सकती है। वहीं, डीएम ने होम क्वारेंटाइन में रहने वालाें को सख्त चेतावनी देते हुए निर्देश जारी किया है। इसके तहत होम क्वारेंटाइन में रहने वाले व्यक्ति को 14 दिनों तक एक अलग हवादार कमरे में रहना है।
डीएम से आदेश पारित करने की लगाई गुहार
सीतामढ़ी
| वासुदेव खादी ग्रामाेद्योग समिति के तत्वावधान में शनिवार को खादी भंडार परिसर में रंजीत साह की अध्यक्षता में बैठक की गई। इसमें ग्रामोद्योग से संबंधित कतिन, बुनकर व कामगार शामिल हुए। इस दौरान पंचायत सेवक व मुखियाओं पर मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना करने का आरोप लगाया गया। श्री साह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायत के मुखियाओं को पूरे पंचायत में नि:शुल्क मास्क वितरण करने का निर्देश दिया है। वहीं, ग्रामाेद्योग के कतिन व बुनकरों को रोजगार उपलब्ध हो सके, इसके लिए मुखियाओं को खादी भंडार से मास्क खरीदने को कहा गया था। लेकिन, जिले के पंचायत सेवक व मुखिया खादी भंडार से मास्क नहीं खरीद रहे। मुख्यमंत्री द्वारा मास्क वितरण की योजना यह सोच कर शुरू की गई थी कि इससे छोटे कामगारों को रोजगार मुहैया हाे सकेगा। जबकि पंचायत सेवकों द्वारा खादी भंडार से मास्क नहीं खरीदना सरकार के आदेश की अवहेलना करना है। उन्होंने डीएम से पंचायत सेवकों के लिए आदेश पारित करने की अपील की जिससे खादी ग्रामोद्योग से ही मास्क खरीदना अनिवार्य हो। इससे खादी भंडारों की आर्थिक स्थिति सुधर सकेगी। साथ ही बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। वहीं, इस विकट घड़ी में भी काम करने वाले कोरोना वाॅरियर्स जैसे पुलिस-प्रशासन, स्वास्थ्य कर्मियों व सफाई कर्मियों को ड्यूटी करने के लिए धन्यवाद दिया गया। मौके पर ग्रामाेद्योग के मंत्री श्रीभगवान सिंह, नीला देवी, अमोद सिंह आदि मौजूद थे।



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लोगों के घर-घर जाकर सर्वे करती आशा कार्यकर्ता।

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