

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बिहार लौटे सभी प्रवासियों को यहीं पर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। यह हमारा दायित्व ही नहीं, हमारी सरकार का संकल्प भी है। मुख्यमंत्री शनिवार को 20 जिलों के 40 प्रखंड क्वारेंटाइन सेंटरपर रह रहे प्रवासियों से बात कर रहे थे। प्रवासियों से कहा कि बाहर जाकर कष्ट सहने से अच्छा है, आप सब अपने राज्य में रहकर काम कीजिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई प्रवासी खुद का व्यवसाय करना चाहता है तो उसे सरकार पूरी सहायता देगी।
प्रवासियों को उनके स्किल के अनुसार स्वरोजगार के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। हमारी इच्छा है कि आप सब लोग बिहार में ही रहिए और, बिहार के विकास में भागीदार बनें। किसी को कष्ट नहीं हो, सभी की सुरक्षा हमारा दायित्व है। हम हमेशा आप लोगों की ही चिंता करते हैं। सभी को बिहार में रोजगार मुहैया कराने के लिए सरकार पूरी व्यवस्था कर रही है। हमारी चाहत है किसी को मजबूरी में बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े। बिहार में ही काम के अवसर पैदा किए जाएंगे।
खुलेगा खाता, बनेगा आधार व राशन कार्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी जिनका बिहार के किसी भी बैंक में खाता नहीं हो उनका खाता खुलवाया जाए। आधार और राशन कार्ड भी बनवाया जाए। बाहर से आ रहे प्रवासियों में जो बिजली के काम में दक्ष हैं, उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए बिहार राज्य पावर होल्डिंग कम्पनी लि. कार्रवाई करे।
क्वारेंटाइन केंद्रों पर प्रवासियों का सर्वे
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारेंटाइन केंद्रों पर रह रहे सभी प्रवासियों का पूर्ण सर्वे कराएं। कौन कहां से आया है? क्या रोजगार करता था? सूक्ष्म व लघु उद्योग को बढ़ावा दें। मुजफ्फरपुर में चमड़ा, जूता उद्योग और कपड़ा उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। इनसे संबंधित उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव मदद करें।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
إرسال تعليق