बिहार सरकार ने कोटा (राजस्थान) प्रशासन द्वारा वहां पढ़ रहे बिहार के बच्चों को वापस भेजे जाने पर कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को पत्र लिखकर कोटा जिला अधिकारी के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। मुख्य सचिव ने लिखा है कि गृह मंत्रालय को राजस्थान सरकार को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का आदेश देना चाहिए।

साथ ही, कोटा के डीएम को गैरजिम्मेदाराना हरकत के लिए फटकार लगाई जानी चाहिए। कोटा के डीएम ने बड़ी तादाद में निजी गाड़ियों के लिए पास जारी कर दिया है। वह भी तब, जबकि कोटा में 40 कोरोना पॉजिटिव लोग पाए गए हैं। ऐसे में बिहार के बच्चों को वहां से वापस भेजा जाना संवेदनशील मुद्दा बन गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि जो भी बच्चे राजस्थान से बिहार आएंगे, उन्हें उनके अभिभावकों के साथ 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा।

जिस शहर में कोरोना फैला है वहां से कैसे भेज रहे
ध्यान रहे कि बड़ी तादाद में बिहार के बच्चे कोटा में कोचिंग करते हैं। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लागू लॉकडाउन में कोचिंग बंद हो गए हैं। इधर, बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी डीएम निर्देश दिया है कि कोटा से आने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों को क्वारेंटाइन में रखा जाए। इधर स्वास्थ्य विभाग ने सभी डीएम को आने वाले बच्चे और उनके अभिभावक को क्वारेंटाइन में रखने का निर्देश दिया है।



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बिहार सरकार की मांग है कि कोटा के डीएम को गैरजिम्मेदाराना हरकत के लिए फटकार लगाई जानी चाहिए।

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